समस्तीपुर में स्थापित हुए 10 कृषि यंत्र बैंक, किसान होंगे लाभान्वित

Samastipur 10 लाख के कृषि यंत्र पर 80 फीसदी तक समूहों को मिलेगा अनुदान। केंद्र प्रायोजित कस्टम हायरिंग योजना के तहत ग्राम स्तर पर खोले गए बैंक। जीविका मंडल को छहआत्मा को तीन और एक प्रगतिशील किसान का हुआ चयन। किसानों को 40 से 80 फीसद तक दी जाएगी सब्सिडी।

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 12:47 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 12:47 PM (IST)
समस्तीपुर में स्थापित हुए 10 कृषि यंत्र बैंक, किसान होंगे लाभान्वित
समस्तीपुर में स्थापित हुए 10 कृषि यंत्र बैंक। (सांकेतिक तस्वीर)

समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। समस्तीपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की पंचायतों में कृषि विभाग की ओर से कृषि यंत्र बैंक स्थापित किए गए है। बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य कृषि यांत्रिकीकरण को बढ़ावा देना है। इसके लिए छह जीविका मंडल का चयन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जिले के ताजपुर, पूसा, पटोरी, सरायरंजन, हसनपुर और मोरवा प्रखंड का चयन किया गया है। वहीं आत्मा को तीन और एक प्रगतिशील किसान का चयन हुआ है। 

कृषि यंत्र एवं ट्रैक्टर की खरीद के लिए विभाग से अनुदान दिया जाएगा। जहां से किसान भाड़े पर यंत्र लेकर उन्नत खेती कर सकते हैं। दरअसल, सूबे के सभी जिलों में केंद्र प्रायोजित कस्टम हायरिंग योजना के तहत कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की जा रही। इसके लिए किसानों को 40 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। कृषि यंत्र बैंक की स्थापना के लिए जिले में जीविका के छह ग्राम संगठन को पूर्व में ही टटोला गया है। पैक्स को भी कृषि यंत्र बैंक की स्थापना के लिए जोर दिया जा रहा। जिले में 10  कृषि यंत्र बैंक बनाए गए है। सरकार की मंशा है कि किसान यंत्र के जरिए उन्नत खेती कर आगे बढ़ें। 

कृषि यंत्र की लागत अधिक होने से होती परेशानी 

अभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में कृषि यंत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण कृषि कार्य परंपरागत तरीके से ही करने पड़ते हैं। कृषि यंत्रों की लागत अधिक होने के कारण सभी किसान के पास उपलब्ध नहीं हो पाता है। इसी को देखते ग्रामीण स्तर पर कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की गई है। यहां 10 लाख की योजना वाले कृषि यंत्र बैंक की स्थापना हुई है। इस पर कृषि विभाग द्वारा 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। वहीं, 40 हौर्स पावर तक के ट्रैक्टर की खरीद पर 40 प्रतिशत अनुदान भी दिया जाएगा। 

किसानों को भाड़े पर मिलेंगे कृषि यंत्र 

किसानों को भाड़े पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की गई है। इस योजना के तहत 10 लाख, 25 लाख एवं 40 लाख रुपये की लागत से कृषि यंत्र बैंक तथा 80 लाख रुपये की लागत वाले दो हाईटेक हब की स्थापना की जा रही है। इसमें जिले में ग्राम स्तर पर कृषि यंत्र बैंक की स्थापना 10 लाख रुपये की लागत से की जा रही है। इस पर कृषि विभाग द्वारा 80 प्रतिशत यानी आठ लाख रुपये अनुदान दिए जाएंगे।

पंजी का भी कराना होगा संधारण 

कस्टम हायरिंग सेंटर चलाने वाले समूहों का नियमित रूप से विभागीय अधिकारी मॉनीटरिंग करेंगे। इसके लिए समूह अथवा पैक्सों को परिसंपत्ति पंजी, कस्टम हायरिंग की बुकिंग पंजी, रसीद, रोकड़ पंजी, यंत्र मरम्मत पंजी व निरीक्षण पंजी रखना अनिवार्य किया गया है। 10 लाख रुपये की लागत में एक ट्रैक्टर, रोटावेटर, ड्रम सीडर, पैडी थ्रेसर, व्हीट थ्रेसर, जीरो टील सीड, कम फर्टिलाइजर ड्रील, रॉकर स्प्रेयर की खरीदारी की जा सकती। किसान किराया पर यंत्र लेकर समृद्ध होंगे। 

इस बारे में समस्तीपुर के जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने कहा कि कस्टम हायरिंग योजना के तहत जिले में 10 कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की जा रही। इसके लिए जीविका के ग्राम संगठन को कार्य का जिम्मा दिया गया है। कृषि यंत्र बैंक में ट्रैक्टर के अलावा कटाई व बोआई के यंत्र रहेंगे। जिसे किसान भाड़े पर लेकर खेती कर सकते। 

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