पति-पत्नी की सरकार ने अल्पसंख्यकों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने नहीं दिया : ललन ¨सह

मुंगेर। एम डब्ल्यू ग‌र्ल्स हाइ स्कूल मैदान में गुरुवार को जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का कार्यकर्ता सम्मे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 08:37 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 08:37 PM (IST)
पति-पत्नी की सरकार ने अल्पसंख्यकों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने नहीं दिया : ललन ¨सह
पति-पत्नी की सरकार ने अल्पसंख्यकों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने नहीं दिया : ललन ¨सह

मुंगेर। एम डब्ल्यू ग‌र्ल्स हाइ स्कूल मैदान में गुरुवार को जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन ¨सह उर्फ ललन ¨सह ने कहा कि पति व पत्नी की सरकार में अल्पसंख्यकों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने नहीं दिया गया। जब 2005 में जब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने सबसे पहले विद्यालय के बाहर रहने वाले महादलित व अल्पसंख्यक समुदाय के 26 लाख बच्चों को विद्यालय पहुंचाया।

ललन ¨सह ने कहा जिस राज्य का नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हों वहां किसी को डरने की जरूरत नहीं है। जब तक नीतीश हैं, बिहार में सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव कायम रहेगा। महिलाओं एवं युवतियों को हुनरमंद बनाने के लिए 2005 में हुनर योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के द्वारा अलग-अलग व्यवसाय के लिए प्रशिक्षण दिया जाना लगा। वहीं भागलपुर के दंगा पीड़ितों को ताउम्र पांच हजार रुपये पेंशन देना शुरू करवाया। बिहार के 38 जिलों में अल्पसंख्यक छात्रों के लिए छात्रावास बनाने के निर्देश दिए गए हैं। 14 जिला में भवन बनाने का काम शुरू हो चुका है। ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने कहा कि 2005 में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनते ही विद्यालय नहीं पहुंचने वाले अल्पसंख्यक छात्रों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए तालिमी मरकज की बहाली की गई। वहीं छात्र व छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से चार लाख रुपये तक ऋण देने का निर्णय लिया गया। अल्पसंख्यक समुदाय के हित के लिए जितना काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया, उतना किसी नेता ने नहीं किया। जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मु. सलाम ने राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हित में चलाई जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी। वहीं अल्पसंख्यक समुदाय से अपने बच्चों को स्कूल भेजने ओर स्वरोजगार से जुड़ने की अपील की। सलाम ने कहा कि मुख्यमंत्री दो दिसंबर को मुंगेर में 1500 करोड़ की योजना का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। जिला सम्मेलन की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष संतोष सहनी ने की। जबकि, संचालन अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शरर्फुद्दीन राईन ने किया। सम्मेलन को राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष अंजुम आरा, सिया वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद आजाद, असिफ कमाल, ईमाम भारती, विधायक मेवालाल, पूर्व विधायक अनंत कुमार सत्यार्थी, सायरा बनो, जियाउर रहमान, बरकत, अलीशेर, जावेद मुन्ना, मु. लाइक, शमशेर, मु. वजीर आदि ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों के सच्चे हितैषी हैं। इस अवसर पर प्रो. जावेद अख्तर आजाद, सौरभ निधि, अमित यादव सहित दर्जनों नेता मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी