दानापुर डिवीजन और मालदा डिवीजन के सीमा पर लगा डाटा लॉगर डिवाइस

- किऊल के आउटर सिग्नल पर अक्सर ट्रेन काफी देर तक रोकने की रेल यात्रियों द्वारा की ज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 07:29 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 07:29 PM (IST)
दानापुर डिवीजन और मालदा डिवीजन के सीमा पर लगा डाटा लॉगर डिवाइस
दानापुर डिवीजन और मालदा डिवीजन के सीमा पर लगा डाटा लॉगर डिवाइस

- किऊल के आउटर सिग्नल पर अक्सर ट्रेन काफी देर तक रोकने की रेल यात्रियों द्वारा की जाती थी शिकायत

संवाद सूत्र, जमालपुर (मुंगेर) : रेल मंत्रालय से लेकर रेलवे बोर्ड तक के वरीय अधिकारी ट्रेनों के समय पर परिचालन को लेकर पूरी तरह से गंभीर हैं। रेल यात्रियों द्वारा ट्विटर या अन्य माध्यमों से ट्रेनों के विलंब से परिचालन की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए समस्या के समाधान की दिशा में सकारात्मक पहल किया है। रेल यात्रियों को इससे निजात दिलाने के लिए काफी अच्छी पहल की है। जिसके तहत ट्रेन के करंट स्टेटस पर रेलवे बोर्ड स्वयं नजर रखेगा। समय से परिचालन करने में अहम भूमिका निभाने के लिए रेलवे बोर्ड ने दो मंडल (डिवीजन) की सीमा पर अत्याधुनिक डिवाइस डाटा लॉगर लगा दिया है। जिससे ट्रेन को अनावश्यक रूप से किऊल आउटर सिग्नल पर रोकने की रेल यात्रियों की शिकायत अब खत्म हो जाएगी।

यहां बता दें कि किऊल रेलवे स्टेशन के पूर्वी आउटर सिग्नल के समीप से मालदा डिवीजन की सीमा शुरू हो जाती है। किऊल रेलवे स्टेशन दानापुर डिवीजन अंतर्गत पड़ता है इसको लेकर रेल यात्रियों की बार बार यह शिकायत मिलती थी कि पूर्वी आउटर पर लगभग सभी ट्रेनों को देर तक रोक दिया जाता है और झाझा की ओर से आने वाली ट्रेनों को पास करा दिया जाता है। रेल यात्रियों की शिकायत पर रेलवे बोर्ड ने दोनों डिवीजन के सीमा पर डाटा लॉगर डिवाइस लगा दिया है। जिससे ट्रेन के स्टेटस को अब सीधे तौर पर रेलवे बोर्ड अपनी निगरानी में रख सकता है। इससे ट्रेनों के विलंब से परिचालन में सुधार हो सकता है।

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