महाकवि की रचना आज भी प्रासंगिक: डीजीपी

लखनौर प्रखंड के उमरी गांव स्थित आदर्श यशोधर सार्वजनिक पुस्तकालय प्रांगण में विद्यापति पर्व समारोह सह पत्रकार कमलेश झा स्मृति समारोह के दूसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण आलोक राज, एएसपी योगेन्द्र कुमार, विमल कुमार मिश्र, शशीचन्द्र मिश्र, पूर्व मुखिया श्रवण कुमार मिश्र, पुष्कर मिश्र, मुखिया नजमुल होदा, सुभाष झा एवं डा. रामसेवक झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 11:00 PM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 11:00 PM (IST)
महाकवि की रचना आज भी प्रासंगिक: डीजीपी
महाकवि की रचना आज भी प्रासंगिक: डीजीपी

मधुबनी। लखनौर प्रखंड के उमरी गांव स्थित आदर्श यशोधर सार्वजनिक पुस्तकालय प्रांगण में विद्यापति पर्व समारोह सह पत्रकार कमलेश झा स्मृति समारोह के दूसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण आलोक राज, एएसपी योगेन्द्र कुमार, विमल कुमार मिश्र, शशीचन्द्र मिश्र, पूर्व मुखिया श्रवण कुमार मिश्र, पुष्कर मिश्र, मुखिया नजमुल होदा, सुभाष झा एवं डा. रामसेवक झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। डीजीपी आलोक राज को कार्यक्रम संयोजक पत्रकार र¨वद्र नाथ झा ने मिथिला पें¨टग एवं सिक्की कला से निर्मित भगवान विष्णु की प्रतिमा देकर स्वागत किया। संबोधन में डीजीपी ने कहा कि मिथिला की पावन धरती उमरी में आने पर मैं गर्व महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि विद्यापति की लेखनी में जादू था जो आज भी प्रासंगिक है। उन्होने कहा कि अपनी रचना में उन्होने समाज के हर वर्ग को छुआ और विभिन्न आयामों में अपने अनुभव समाज से साझा किया। संबोधन के बाद लोगों के आग्रह पर डीजीपी ट्रेनी आलोक राज ने तीन गीत गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बाद में कलाकार पुष्कर मिश्रा, पूनम मिश्र, रानी झा, रामबाबू झा, मनमोहन चंचल, अशोक चंचल, दुर्गानन्द झा, मेजर खान, विजय कुमार, झुनझुन चौधरी सहित दर्जनों कलाकारों ने एक से बढ़कर एक ओजपूर्ण प्रस्तुति से रात भर श्रोताओं को बांधे रखा ।उद्घाटन सत्र का संचालन शिक्षाविद डॉ.रामसेवक झा तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन भैरव मिश्र व बब्लू कुमार ने किया । धन्यवाद ज्ञापन शारदानन्द झा ने किया ।

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