कोरोना काल में ग्रामीण चिकित्सकों ने किया सराहनीय कार्य, बचाई सैकड़ों लोगों की जान

मधुबनी । स्थानीय चकदह स्थित मंगलम हॉस्पिटल के सभागार में जन जीवक कल्याण संघ व ग्रामीण चिकित्सक संघ का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संघ के अध्यक्ष जगन्नाथ राय की अध्यक्षता में हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:02 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:02 PM (IST)
कोरोना काल में ग्रामीण चिकित्सकों ने किया सराहनीय कार्य, बचाई सैकड़ों लोगों की जान
कोरोना काल में ग्रामीण चिकित्सकों ने किया सराहनीय कार्य, बचाई सैकड़ों लोगों की जान

मधुबनी । स्थानीय चकदह स्थित मंगलम हॉस्पिटल के सभागार में जन जीवक कल्याण संघ व ग्रामीण चिकित्सक संघ का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संघ के अध्यक्ष जगन्नाथ राय की अध्यक्षता में हुआ। प्रशिक्षण सत्र में चिकित्सकों ने मुख्य रूप से आंख से संबंधित बीमारियों एवं मोतियाबिद के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की कमी के कारण लोग ग्रामीण चिकित्सक के पास ही पहुंचते हैं। इसलिए इनकी भूमिका अहम हो जाती है। चिकित्सकों ने मोतियाबिद के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होना, नजर से धुंधलापन होना, एक आंखों से दोहरा नजर आना, रात में कम दिखाई देना इसके प्रमुख लक्षण है। इस बीमारी में आंख में किसी प्रकार का दर्द नहीं होता है। लोग मोतियाबिद अधिक पकने की प्रतीक्षा ना करें, तुरंत अपने नेत्र विशेषज्ञ से मिलें। उचित सलाह के बाद उन्हें ऑपरेशन के जरिए ठीक किया जा सकता है। चिकित्सकों ने कहा कि सबसे अधिक लोग अंधापन के शिकार मोतियाबिद के कारण हो रहे हैं। संचालन कर रहे डॉ. इंद्रमोहन झा ने कहा कि कोरोना के कारण पूरा देश लॉकडाउन था। लोग कहीं बाहर चिकित्सक से जांच कराने नहीं जा रहे थे। ऐसे समय में ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका अहम हो गई थी। ग्रामीण चिकित्सकों ने ऐसे समय में सराहनीय काम कर सैकड़ों लोगों की जिदगी बचाई है। मौके पर डॉ. रौशन कुमार, डॉ. चंदन कुमार, डॉ. आरके सिंह, डॉ. लखन कुमार, मंगलम अस्पताल के संचालक राजीव कुमार झा उर्फ दीपू, रामनंदन प्रसाद सहित अन्य उपस्थित थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक सौ ग्रामीण चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया।

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