जूता-मोजा पहनकर व मोबाइल के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश पर प्रतिबंध

मधुबनी। शिक्षकों के प्रस्तावित हड़ताल का प्रभाव मैट्रिक परीक्षा पर नहीं पड़े इसके लिए जिला प्रशासन हर वैकल्पिक इंतजाम को अंतिम रुप दे रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Feb 2020 11:22 PM (IST) Updated:Sat, 15 Feb 2020 11:22 PM (IST)
जूता-मोजा पहनकर व मोबाइल के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश पर प्रतिबंध
जूता-मोजा पहनकर व मोबाइल के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश पर प्रतिबंध

मधुबनी। शिक्षकों के प्रस्तावित हड़ताल का प्रभाव मैट्रिक परीक्षा पर नहीं पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन हर वैकल्पिक इंतजाम को अंतिम रुप दे रहा है। शांतिपूर्ण माहौल में मैट्रिक परीक्षा संचालित करने के लिए जिला प्रशासन सभी आवश्यक तैयारी की है। जिले में 66 केंद्रों पर मैट्रिक परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक ली जाएगी। प्रतिदिन दो पालियों में परीक्षा ली जाएगी। प्रथम पाली सुबह साढ़े नौ बजे से तो दूसरी पाली दोपहर पौने दो बजे से प्रारंभ होगी। शांतिपूर्ण माहौल में कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करने के लिए परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से भी नजर रखी जाएगी। वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों के पांच सौ गज परिधि में निषेधाज्ञा लागू की गई है। स्टैटिक दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी, सुपर जोनल दंडाधिकारी, गश्ती दंडाधिकारी, उड़नदस्ता दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र पुलिस, महिला पुलिस, लाठी बल आदि की भी प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। परीक्षा के दौरान की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष से लेकर अनुमंडल नियंत्रण कक्ष तक की स्थापना की गई है। जिले में चार परीक्षा केंद्रों को आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इन परीक्षा केंद्रों पर केंद्राधीक्षक, वीक्षक, स्टैटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी से लेकर सुरक्षाकर्मी के रुप में महिलाओं की प्रतिनियुक्ति की गई है। इन परीक्षा केंद्रों का सजावट भी आकर्षक तरीके से किया जाएगा। जिन केंद्रों का आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है, उसमें शिवगंगा बालिका प्लस टू उवि मधुबनी, प्रोजेक्ट बालिका प्लस टू उवि बेनीपट्टी, पीएलके प्लस टू उवि झंझारपुर एवं एसकेवाई प्लस टू उवि बरही, फुलपरास शामिल हैं। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा संचालन के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के लिए संबंधित परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक को जिम्मेवार माना जाएगा। साथ ही ऐसे केंद्राधीक्षक पर परीक्षा संचालन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा केंद्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। परीक्षा केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार पर सघन तलाशी के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। एक कमरा में प्रतिनियुक्त वीक्षक को दूसरे कमरे में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। परीक्षार्थियों को जूता-मौजा पहनकर व मोबाइल के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल चप्पल पहनकर ही परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सकते हैं। प्रत्येक 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक तथा प्रत्येक कमरे में कम से कम दो वीक्षक की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति रैंडमाइजेशन विधि से की जाएगी।

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