बिजली की समस्या से गुस्साए लोग उतरे सड़क पर
सड़क की बदहाली एवं बिजली की लचर व्यवस्था से परेशान प्रखंड के चार गांव के गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को साहरघाट-दरभंगा स्टेट हाईवे मुख्य सड़क में बसवरिया चौक को घंटों जाम कर विरोध प्रदर्शन किया।
मधुबनी। सड़क की बदहाली एवं बिजली की लचर व्यवस्था से परेशान प्रखंड के चार गांव के गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को साहरघाट-दरभंगा स्टेट हाईवे मुख्य सड़क में बसवरिया चौक को घंटों जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। इस दौरान आंदोलनकारी ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक सुधांशु शेखर के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए विधायक का पुतला भी दहन किया। सड़क जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ घंटों छोटी बड़ी वाहनों की लंबी घंटो लंबी कतारें लगी रही। यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आंदोलनकारी ग्रामीणों का कहना है कि सरकार के द्वारा वर्ष 2010 में स्टेट हाईवे सड़क में बैंगरा से अबारी होते हुए तरैया जाने वाली सड़क को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क में तब्दील तो कर सड़क निर्माण के लिए संवेदक भी बहाल कर दिया परंतु आजतक उक्त सड़क का निर्माण नहीं होने से सड़क पूरी तरह जर्जर व क्षतिग्रस्त हो चुका है। उक्त सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं है। इसके अलावे बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को 24 घंटे में मात्र छह से आठ घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। वर्ष पूर्व गांव में लगाए गए बिजली के तार पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। जिस कारण आए दिन तार टूटकर गिरने से गांव के दर्जनों लोग व जानवर की मौतें हो चुकी है। फिर भी विभाग ना तो तार बदल रही है और ना ही समय से बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं करती है तो ग्रामीण अनिश्चित कालीन आंदोलन चलाने को बाध्य हो जाएंगे। इधर सड़क जाम की सूचना पर पहुंची साहरघाट थाना पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया। थानाध्यक्ष साजिद आलम ने आंदोलनकारी ग्रामीणों से वार्ता कर ग्रामीणों की समस्याओं से उच्चाधिकारियों को अवगत कराने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीण मान गए और सड़क जाम वापस ले लिया। करीब तीन घंटे बाद उक्त सड़क पर पुन: यातायात बहाल हुआ। सड़क जाम में बैंगरा, तरैया, अबारी एवं करहूआं गांव के रौशन कुमार झा, प्रकाश कुमार झा, राधे साह, विजय झा, मुरारी मिश्र, कमलेश राय, रविशंकर पंडित, प्रवीण कुमार, सरोज कुमार झा, राकेश कुमार, मनोज कुमार झा सहित सौकरो ग्रामीण शामिल थे।