पटना की टीम ने की संभावित उल्का पिड गिरने वाली स्थल की जांच

मधुबनी। भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण राज्य इकाई बिहार पटना की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को जिले के लौकही अंवल के महदेवा पंचायत के कौड़ियाही में जिस स्थल पर संभावित उल्का पिड बीते 22 जुलाई को गिरा था उस स्थल की जांच को पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Jul 2019 11:06 PM (IST) Updated:Thu, 25 Jul 2019 11:06 PM (IST)
पटना की टीम ने की संभावित उल्का पिड गिरने वाली स्थल की जांच
पटना की टीम ने की संभावित उल्का पिड गिरने वाली स्थल की जांच

मधुबनी। भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण राज्य इकाई, बिहार, पटना की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को जिले के लौकही अंवल के महदेवा पंचायत के कौड़ियाही में जिस स्थल पर संभावित उल्का पिड बीते 22 जुलाई को गिरा था, उस स्थल की जांच को पहुंची। उक्त दो सदस्यीय टीम में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण राज्य इकाई के सहायक भू-सर्वेक्षक नवनीत रंजन एवं उदीप्ता कर शामिल थे। मधुबनी जिला मुख्यालय पहुंचने के बाद उक्त दो सदस्यीय टीम जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उनसे मुलाकात कर संबंधित उल्का पिड के संबंध में आवश्यक जानकारी ली। इसके बाद वे दोनों लौकही अंचल के महदेवा पंचायत के कौड़िया गांव जाकर संभावित उल्का पिड जहां आसमान से गिरा था और जहां से उसे बरामद किया गया था, उस स्थल का भौतिक जांच किया। साथ ही स्थानीय लोगों से इस संबंध में पूछताछ किया और जानकारी प्राप्त किया। यहां उल्लेखनीय है कि उक्त संभावित उल्का पिड को जिलाधिकारी द्वारा जिला कोषागार पदाधिकारी के माध्यम से सूचना एवं प्रावैद्यिकी विभाग, पटना को जांच, अनुसंधान एवं सुरक्षित रखने हेतु भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसका मुआयना करते हुए 13 किग्रा वजन वाली संभावित उल्का पिड में चुंबकीय गुण को देखते हुए अध्ययन की आवश्यकता जता चुके हैं। संभावित उल्का पिड को फिलहाल पटना के बिहार संग्रहालय में आम लोगों के अवलोकन हेतु रखा गया है, लेकिन बाद में इसे विज्ञान संग्रहालय में रखा जाएगा।

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