लगाए गए 200 पौधे, 50 से अधिक सूखे
मधुबनी। सामाजिक वानिकी अभियान में लदनियां प्रखंड में लगाए गए पौधे सूखने लगे हैं। इससे पद्मा हाई स्कूल प्रांगण में इस अभियान के तहत पौधरोपण कार्यक्रम के क्रियान्वयन भी सवाल के घेरे में आ गया है।
मधुबनी। सामाजिक वानिकी अभियान में लदनियां प्रखंड में लगाए गए पौधे सूखने लगे हैं। इससे पद्मा हाई स्कूल प्रांगण में इस अभियान के तहत पौधरोपण कार्यक्रम के क्रियान्वयन भी सवाल के घेरे में आ गया है। विभाग द्वारा स्थल पर अटपटे तरीके से लिखे प्राक्कलन बोर्ड भी विभाग के कार्य का पोल खोल रहा है।
मालूम हो कि इस अभियान का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक व पंचायतीराज मंत्री कपिलदेव कामत ने 12 अगस्त को पौधारोपण कर किया था। इस दौरान वहां बीडीओ लदनियां नवल किशोर ठाकुर, जेई मनरेगा विक्की कुमार समेत कई जनप्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मनरेगा से एक यूनिट यानी दो सौ पौधो लगाए गए। मगर, रखरखाव के अभाव में करीब 50 से अधिक पौधे सूख चुके हैं। आश्चर्य यह कि इसकी पीओ और जेई को जानकारी भी नहीं। इस बारे में पूछने पर वे हक्का-बक्का हो गए। जेई मनरेगा विक्की कुमार ने बताया कि मनरेगा योजना मद से पद्मा हाई स्कूल में एक यूनिट यानी दो सौ पौधों लगाए गए। इस योजना की प्राक्कलित राशि 2 लाख 90 हजार 657 रुपये (वन रक्षक समेत) है। कार्य एजेंसी कपिलदेव साफी मुखिया पद्मा पंचायत को बनाया गया है। रखरखाव के अभाव में पौधे सूख रहे हैं। वहीं पीओ मो. अरशद जमाल एवं जेई मनरेगा विक्की कुमार एवं पंचायत के मुखिया कपिलदेव साफी से वनपोषक के नाम पूछा तो कोई नाम नहीं बता सके।जेई ने कहा कि वनपोषक के मुखिया एवं पंचायत रोजगार सेवक ही चयनकर्ता है। मुखिया ने कहा कि रोजगार सेवक को ही पता होगा वनपोषक कौन है। पीओ को ये भी पता नहीं है कि रखरखाव में पौधे सूख रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग के उदासीनता एवं कागज पर ही वनपोषक के चयन के कारण पौधे का रखरखाव में कमी के कारण पौधे सूख रहे हैं।