कोसी की कोख में पल रहा आतंकवाद, बांग्लादेश से जुड़े स्लिपर सेल के तार

कोसी की कोख में आतंकवाद पल रहा है। दियारा इलाके में 'सिमी' का एक छद्म संगठन सक्रिय है। सूचना है कि युवाओं को सब्जबाग दिखाकर संगठन से जोड़ा जा रहा है। कोसी व सीमांचल से आतंकवादी संगठन पूरे सूबे पर नजर रख रहे हैं। इसके तार बांग्लादेश से जुड़े हैं।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2016 08:51 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2016 07:14 PM (IST)
कोसी की कोख में पल रहा आतंकवाद, बांग्लादेश से जुड़े स्लिपर सेल के तार

मधेपुरा [धर्मेन्द्र भारद्वाज]। कोसी की कोख में आतंकवाद पल रहा है। दियारा इलाके में 'सिमी' का एक छद्म संगठन सक्रिय है। सूचना है कि युवाओं को सब्जबाग दिखाकर संगठन से जोड़ा जा रहा है। कोसी व सीमांचल से आतंकवादी संगठन पूरे सूबे पर नजर रख रहे हैं। इसके तार बांग्लादेश से जुड़े हैं।

'सिमी' के छद्म संगठन के तहत विकसित हो रहे इन आतंकवादियों की पैठ गहरी होती जा रही है। स्थिति यह है कि संगठन ने हर जिले में यूनिट तैयार कर ली है। कटिहार से संगठन का संचालन किया जा रहा है। किशनगंज में गुप्त ठिकाने बनाए गए हैं, जहां से रणनीति तैयार हो रही है। \

खुफिया विभाग भी इस संबंध में जानकारी एकत्रित कर रहा है। पुलिस भी क्षेत्र में पैनी निगाह रख रही है। हालांकि, मधेपुरा के एएसपी राजेश कुमार ऐसी किसी जानकारी से इंकार करते हैं।

संगठन से जुड़ रहे युवा

मधेपुरा में संगठन को मजबूत बनाने के लिए युवाओं को सब्जबाग दिखाया जा रहा है। युवाओं को यह सिखाया जा रहा है कि वे समाज में ही आम लोगों की तरह जिंदगी बिताए।

ह्वाटसएप का हो रहा उपयोग

संगठन के सदस्य को फोन पर बात करने की मनाही होती है। संगठन के मुख्य सदस्य एक-दूसरे से ह्वाटसएप से जुड़े हुए हैं। सूचना का आदान-प्रदान इसी माध्यम से होता है। साथ ही सभी सदस्यों को एक गुप्त कोड भी दिया गया है, जिनसे उनकी पहचान होती है। इनका नेटवर्क काफी तेजी से फैल रहा है।

दियारा इलाका बना सेफ जोन

संगठन का सेफ जोन दियारा इलाका है, जहां सदस्य अपना बसेरा बनाते हैं। यहां बैठक कर रणनीति तैयार की जाती है, जिसपर सदस्यों को अमल करना होता है। संगठन ने कोसी व सीमांचल के लगभग सभी जिलों में यूनिट बनाई है। यूनिट के तहत गतिविधियों का संचालन व इसकी मॉनीटङ्क्षरग कटिहार से हो रही है।

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