मौत के साए में पढ़ रहे बच्चे, विभाग बेखबर
मधेपुरा। प्रखंड परिसर स्थित प्राथमिक विद्यालय की स्थिति ठीक नहीं है। छात्र जर्जर भवन में पढ़ने
मधेपुरा। प्रखंड परिसर स्थित प्राथमिक विद्यालय की स्थिति ठीक नहीं है। छात्र जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं। कभी भी यहा दुर्घटना हो सकती है। यहां पढ़ने वाले छात्र- छात्राएं काफी सहमें हुए रहते हैं। बता दें कि ब्लाक परिसर में कई पदाधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। खास बात तो यह है कि बीडीओ का आवास भी उसी परिसर में है। इसके बावजूद बच्चों को जर्जर भवन में पढ़ता देख मरम्मती नहीं हो पा रही है। बताया गया कि स्कूल की स्थापना करीब 1952 में हुआ था। तब से लेकर आज तक स्कूल का एक बार भी मरम्मत नहीं हुआ है। इस कारण स्कूल खंडहर का रूप ले लिया है। इतना ही नहीं बरसात के दिनों में छत से पानी भी टकपता है। इस कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्कूल के एचएम मु. मजहरूल हक ने बताया कि मात्र दो ही कक्षा में बच्चों का पठन पाठन कार्य करवाया जाता है। इन्हीं दो कक्षाओं में से एक में कार्यालय भी संचालित होता है। उन्होंने बताया कि स्कूल में कुल 143 छात्र - छात्रा नामांकित है। इसमें से 71 छात्र और 72 छात्रा हैं। इन छात्रों के पठन - पाठन कार्य के लिए तीन शिक्षक और एक शिक्षिका पदस्थापित हैं।
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जर्जर भवन में होता है पठन-पाठन
स्कूल में नामांकित कुल 143 छात्र-छात्राओं का पठन-पठन कार्य इन जर्जर भवरों में ही संचालित करवाया जाता है। कई बार तो जर्जर भवन में पढ़ाई करते छात्रों के बगल में छत भी टूटकर नीचे गिरता है। जिससे बच्चे बाल- बाल बचे हैं। इस तरह के भवन में पढ़ाई करने से छात्र कतराते हैं।
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स्कूल मरम्मती को लेकर विभाग बना उदासीन
मुरलीगंज क्षेत्र में कई जर्जर भवनों में बच्चे पढ़ाई करने को विवश हैं। इसके बावजूद विभाग स्कूल निर्माण से लेकर मरम्मत करने तक उदासीन बना हुआ है। इस नौनिहालों के जान खतरे में है।
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विभाग में पैसा नहीं होने की वजह से कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही हैं। यद्यपि स्कूल के एचएम द्वारा लिखित आवेदन भी नहीं दिया गया है। आवेदन प्राप्त होते ही इस दिशा में कार्रवाई किया जाएगा।
राम गुलाल गुप्ता
बीइओ, मुरलीगंज
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जर्जर स्कूल भवन का लिखित आवेदन अभी तक नहीं दिया गया है। लेकिन मौखिक रूप से बीडीओ और बीईओ को कई बार कहा गया है। स्कूल की मरम्मत को लेकर जल्द ही लिखित आवेदन भी दिया जाएगा।
मु.मजहरूल हक
प्रधानाचार्य