उपसमाहत्र्ता ने दौरा कर लिया बाढ़ का जायजा
आलमनगर, मधेपुरा, संवाद सूत्र : आलमनगर अंचल के कई प्रखंडों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के बाद प्रभावित लोगों की घरों में पानी प्रवेश कर जाने के बाद इन परिवारों को अपना घर छोड़कर ऊंचे जगहों पर शरण लेने के लिए विवश होना पड़ा है। किन्तु प्रशासन की तरफ से प्रभावित परिवारों के बीच पिछले चार दिनों से कुछ भी सहायता उपलब्ध नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि सोमवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर उप-समाहत्र्ता भूमि सुधार उदाकिशुनगंज रविंद्र कुमार आलमनगर अंचल के बाढ़ से प्रभावित गांवों का दौरा किया जरूर किन्तु प्रभावित लोगों को किसी भी प्रकार का कोई सुविधा नहीं देने के बाद प्रभावित परिवारों के बीच असंतोष देखने को मिला। अगस्त के प्रथम सप्ताह में जिला प्रशासन ने बाढ़ आने से पूर्व आलमनगर प्रखंड मुख्यालय पर दो शिविर आनन-फानन में बना दिया और इन दो शिविरों में लोगों को लाने के लिए एनडीआरएफ की टीम, आर्मी के जवान सहित जिले के कई वरीय पदाधिकारी को सूखे में लोगों के बीच भ्रमण करते देखा गया था। यहां तक कि जिला पशुपालन पदाधिकारी और आलमनगर के मवेशी डाक्टरों ने आलमनगर में 50 हजार रूपये राशि का चारा (गेंहू का भूषा) खरीद कर लिया था। सुरक्षित रखा भी गया था। किन्तु जब बाढ़ का पानी क्षेत्र में फैला तो न तो शिविर की व्यवस्था जिला प्रशासन के द्वारा किया गया। और न ही मवेशी के चारे की व्यवस्था की गयी। मवेशी पालक चारा के अभाव में आलमनगर से बाहर ले जाने के लिए मजबूर है। जिन किसानों का मवेशी बाढ़ की पानी में गांव घर में फंसा हुआ है। उन मवेशियों के खाने के लिए चारा का अभाव होता जा रहा है।