स्कूलों में बच्चों की छुट्टी, ड्यूटी में गुरुजी को घड़ी की सूई का इंतजार

लखीसराय। जिला प्रशासन द्वारा ठंड और शीतलहर को लेकर प्रारंभिक विद्यालयों में कक्षा आठ तक की पढ़ाई लगा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Jan 2018 07:43 PM (IST) Updated:Wed, 10 Jan 2018 07:43 PM (IST)
स्कूलों में बच्चों की छुट्टी, ड्यूटी में गुरुजी को घड़ी की सूई का इंतजार
स्कूलों में बच्चों की छुट्टी, ड्यूटी में गुरुजी को घड़ी की सूई का इंतजार

लखीसराय। जिला प्रशासन द्वारा ठंड और शीतलहर को लेकर प्रारंभिक विद्यालयों में कक्षा आठ तक की पढ़ाई लगातार स्थगित कर दी जा रही है। बना बच्चों के शिक्षकों की नियमित ड्यूटी बनी है। बिना बच्चों के ये शिक्षक स्कूल में पूरी अवधि क्या करेंगे इसका जबाव न तो जिला प्रशासन के पास है और न ही शिक्षा विभाग के अधिकारी के पास। स्कूलों में पठन-पाठन बंद रहने से शिक्षकों का मन नहीं लग रहा है। सरकारी आदेश का अनुपालन करने की मजबूरी रहने के कारण शिक्षक विद्यालय में बैठकर किसी तरह समय बिता रहे हैं। अधिकांश शिक्षकों की नजर घड़ी की सुई पर टिकी रहती है और घर जाने की जल्दबाजी। बुधवार को जागरण टीम ने मुख्यालय के कई स्कूलों का जब जायजा लिया तो पाया कि गुरुजी के चेहरे पर उदासी के भाव एवं ड्यूटी करने की मजबूरी साफ झलक रही थी। कहीं आग का अलाव तो कहीं धूप सेकते शिक्षक मिले।

समय : 01:00 बजे, जीएल कोठारी कन्या मध्य विद्यालय लखीसराय

प्रभारी प्रधानाध्यापक मीरा कुमारी दो अन्य महिला शिक्षिका के साथ विद्यालय परिसर में खड़ी थी। दो अन्य महिला शिक्षिका छत पर धूप सेंक रही थी। शिक्षक सुधीर शर्मा भी मौजूद थे। शिक्षिका करुणा कुमारी घर जा चुकी थी। शिक्षक शाबिर हुसैन, कुमार जंग बहादुर एवं शंकर प्रसाद उपस्थित नहीं थे। प्रधानाध्यापक मीरा कुमारी ने इन शिक्षकों में से दो के बैंक जाने एवं एक के बारे में फोटो स्टेट करवाने के लिए जाने की बात कही। विद्यालय में चार रसोइया में से एकमात्र माला देवी मौजूद थी।

समय : 01:30 बजे, प्राथमिक विद्यालय नया बाजार

विद्यालय के सभी शिक्षक केआरके मैदान के किनारे कुर्सी पर बैठकर धूप सेंक रहे थे। प्रभारी प्रधान राजकिशोर प्रसाद अपने सहयोगी छह महिला शिक्षकों के साथ बैठे थे। एक शिक्षिका अवकाश पर थी। विद्यालय के तीन रसोइया भी शिक्षकों के साथ बैठकर आपस में बातचीत कर रहे थे। शिक्षकों ने कहा कि पढ़ाई बंद रहने के कारण बैठकर समय बिताना मुश्किल लगता है और ना ही मन लग रहा है।

समय : 1:45 बजे, मध्य विद्यालय नया बाजार

विद्यालय के कार्यालय कक्ष में बीईओ रामचंद्र प्रसाद विमल निलंबित प्रधानाध्यापक अरुण कुमार के साथ उनके ऊपर लगी वित्तीय अनियमितता मामले की जांच कर रहे थे। कमरे में दो शिक्षक भी मौजूद थे। प्रभारी प्रधानाध्यापक मनसा कुमारी सहयोगी 12 शिक्षकों के साथ विद्यालय परिसर में ही धूप में बैठी थी। एक साथ सभी शिक्षक घड़ी की सुई पर नजर टिकाए हुए थे कि जल्दी समय पूरा हो और घर जाएं। कुल छह रसोइया में एक मात्र माया देवी उपस्थित थी। पांच उपस्थित नहीं थी।

समय : 2:00 बजे, मध्य विद्यालय हसनपुर

प्रधानाध्यापक बेबी सिन्हा अपने कार्यालय कक्ष में अकेली बैठकर कार्य कर रही थी। इस विद्यालय में कुल 11 शिक्षक पदस्थापित हैं लेकिन प्रधानाध्यापक को छोड़ कर शेष 10 शिक्षक गायब थे। जब पड़ताल की तो पता चला कि कुछ शिक्षिका जो पटना से आती है वह ट्रेन पकड़ने दोपहर में ही स्कूल से चली गई। शेष जो थे वे भी ड्यूटी का कोरम पूरा करके अपने अपने घर चले गए थे। शिक्षिका मालती कुमारी, सीमा राणा, सरिता कुमारी, कृष्णनंदन पासवान, रामाशीष भारती, पूनम कुमारी, श्रीमति ज्योति, कुमारी पूनम,अर्चना कुमारी, साकिब जावेद हाजरी बनाकर कुछ देर के बाद घर चल दिए।

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