दार्जिलिग हिमालयन रेलवे के धरोहर को किया जाएगा संरक्षित

किशनगंज। दार्जिलिग हिमालयन रेलवे की धरोहर की स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए किये जा रहे

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 10:07 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 10:07 PM (IST)
दार्जिलिग हिमालयन रेलवे के 
धरोहर को किया जाएगा संरक्षित
दार्जिलिग हिमालयन रेलवे के धरोहर को किया जाएगा संरक्षित

किशनगंज। दार्जिलिग हिमालयन रेलवे की धरोहर की स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए किये जा रहे कार्यकलापों की समीक्षा के लिए बैठक का आयोजन किया गया। इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मोनुमेंट्स एंड साइट्स (आइसीओएमओएस) के प्रतिनिधित्व करने वाले आस्ट्रेलिया व फ्रांस से आए यूनेस्को के अधिकारियों ने इस बैठक में भाग लिया। यूनोस्को की ओर से डॉ. माइकल पियरसन तथा यूनेस्को व‌र्ल्ड हेरिटेज सेंटर, पेरिस से श्रीमती नोआ हायशी प्रतिनिधित्व कर रहे थे। जबकि नॉर्थ फ्रंटियर रेल के महाप्रबंधक संजीव राय के साथ कटिहार मंडल के रेल प्रबंधक सहित अन्य पदाधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे। बैठक से पहले यूनेस्को के अधिकारियों ने 7 व 8 दिसंबर को दार्जिलिग हिमालयन रेलवे का दौरा किया और विभिन्न विषयों के संबंध में जानकारी इकट्ठा की। बताते चलें कि डीएचआर के सीसीएमपी (व्यापक संरक्षण प्रबंधन योजना) के विकास के लिए दिनांक 20 जनवरी 17 को भारतीय रेल द्वारा यूनेस्को के साथ एक समझौता किया गया था। बैठक के दौरान अंतिम सीसीएमपी के मूर्त रूप प्रदान करने के लिए भारतीय रेल की अंतिम समीक्षा पर चर्चा की गई। रेल की पटरी के बगल में अवैध निर्माण पर भी समीक्षा की गई।

वहीं नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंद्रा ने बताया कि जनवरी, 2017 से अबतक छह अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को आयोजित बैठक के दौरान डीएचआर संपत्ति की धरोहर की संरक्षा, पुनरुद्धार एवं संरक्षण पर चल रहे विभिन्न परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के द्वारा डीएचआर में 15 करोड़ रुपये से भी अधिक राशि के विभिन्न संरक्षा एवं संरक्षण कार्य किए गए हैं। नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे ने हाल ही में विश्व धरोहर की घोषणा की 20वीं सालगिरह भी धूमधाम के साथ मनाया है। टॉय ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के द्वारा उठाए गए कदम काफी लाभप्रद हो रहे हैं। वर्ष 2017 में 64030 की तुलना में वर्ष 2018 के दौरान टॉय ट्रेन की यात्रियों की कुल संख्या 108,940 रही। इस वर्ष अक्टूबर माह तक 93,210 आगुंतकों ने टॉय ट्रेन की यात्रा का आनंद उठाया। उन्होंने बताया कि दार्जिलिग हिमालय रेलवे में एक विस्टा-डोम कोच की भी शुरुआत की गई है। यह पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। दो प्रथम श्रेणी कोचों को पुन: सुसज्जित कर दो वातानुकूलित कोच विकसित किए गए। वर्तमान में चार ट्रेनें वाष्प इंजन द्वारा एवं दस ट्रेनें डीजल इंजन द्वारा संचालित हो रही है।

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