कूड़े-कचरे की ढेर और जलजमाव बनी नगर पंचायत गोगरी की पहचान

खगड़िया। बरसात का मौसम आते ही गोगरी नगर पंचायत क्षेत्र वासियों की परेशानी बढ़ने वाली है। वैसे तो वर्ष

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jun 2018 07:26 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jun 2018 07:26 PM (IST)
कूड़े-कचरे की ढेर और जलजमाव बनी नगर पंचायत गोगरी की पहचान
कूड़े-कचरे की ढेर और जलजमाव बनी नगर पंचायत गोगरी की पहचान

खगड़िया। बरसात का मौसम आते ही गोगरी नगर पंचायत क्षेत्र वासियों की परेशानी बढ़ने वाली है। वैसे तो वर्षभर नगर पंचायत वासी जगह-जगह कूड़े-कचरे के ढेर, जलजमाव और जाम से त्रस्त रहते हैं। परंतु बरसात में यह परेशानी बढ़ जाती है। जलजमाव से स्थिति नारकीय हो जाती है। महामारी की आशंका गहराने लगती है।

वर्तमान में नगर पंचायत गोगरी जमालपुर में साफ-सफाई के अभाव में फैली गंदगी व कचरे से लोग परेशान हैं। मुहल्ले की कौन कहे, मुख्य बाजार में भी जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। कूड़ेदान शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। लोग यत्र-तत्र कचरे फेंकते है। जिससे दुर्गंध उठते रहता है। सबसे खराब स्थिति 14 नंबर रोड, बायपास टावर चौक व रामपुर रोड आदि की है।

बताते चलें कि नपं के सभी 20 वार्ड मात्र तीन से चार किलोमीटर के दायरे में अवस्थित हैं। नपं में साफ- सफाई के नाम पर प्रत्येक माह तीन लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पांच वाहन चालक के साथ कुल 36 सफाई कर्मी और दो सफाई जमादार नपं में कार्यरत है। फिर भी नपं क्षेत्र की नारकीय स्थिति बनी हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार नपं प्रशासन की उदासीनता के कारण यह स्थिति है। लोगों को बरसात उतरते ही डेंगू का डर भी सता रहा है। स्थानीय लोगों ने जलजमाव के स्थाई निदान की मांग की है। वहीं नपं अध्यक्ष शशिकला देवी का कहना हुआ कि प्रतिदिन साफ-सफाई की जाती है। बाजार में दुकानदार आदि सड़क पर ही कचरा फेक देते हैं। कचरा कूड़ेदान में डालना चाहिए। जलजमाव से निजात पाने को लेकर तैयारी की जा रही है।

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