शहर में ही टूट रहा स्वच्छता के गीत का लय

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By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 01:53 AM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 01:53 AM (IST)
शहर में ही टूट रहा स्वच्छता के गीत का लय
शहर में ही टूट रहा स्वच्छता के गीत का लय

कटिहार। शौचालय निर्माण को लेकर भले ही अभियान और जागरूकता के साथ पहल हो रही है, लेकिन शहरी क्षेत्र में मौलिक सुविधाओं की फिक्र नहीं दिख रही है। शहरी क्षेत्र में शौचालय की मुकम्मल सुविधा का घोर अभाव है। बदलते परिवेश में शहर तो बदला है और बाजारों की रौनक भी लगातार बढ़ रही है, लेकिन करोड़ों के कारोबार वाले बाजार में शौचालय की मुकम्मल व्यवस्था मयस्सर नहीं हो पाई है। खासकर महिलाओं के लिए शौचालय की समस्या अब भी बरकरार है। यद्यपि शहर में शौचालय की मुकम्मल व्यवस्था को लेकर घोषणाओं की कोई कमी नहीं हैं, लेकिन वर्षों से इसपर अमल नहीं हो पाया है। हद तो यह है कि जागरूकता अभियान की जिम्मेदारी उठाने वाले कई संस्थान के पास खुद मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। खुले में शौच से मुक्ति अभियान के बीच इन समस्याओं पर भी ध्यान देने की जरुरत है। पग-पग पर खटकता है शौचालय का अभाव शहर के प्रमुख बाजारों से लेकर होटल सहित बैंक व सरकारी कार्यालयों में महिला शौचालय की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। यद्यपि एक दो स्थानों पर सुलभ शौचालय की व्यवस्था है, लेकिन यहां स्वच्छता और सुविधा का अभाव होने के कारण महिलाओं की परेशानी कम नहीं हो पा रही है। बता दें कि शहर के न्यू मार्केट, मंगलबाजार, एमजी रोड, बड़ा बाजार सहित कटरा व मॉल से लेकर बड़े प्रतिष्ठानों में महिला शौचालय का घोर अभाव है। ऐसे में बाजार में लंबे समय तक रहने पर महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन समस्या का निदान किसी स्तर से नहीं हो पा रहा है।

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