बेलदौर-पीरनगरा पथ पर पैदल चलना हुआ मुश्किल

खगड़िया। एनएच 107 से प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली पीरनगरा-बेलदौर आरईओ पथ का जीर्णोद्वार नहीं होने स

By Edited By: Publish:Wed, 02 Sep 2015 07:35 PM (IST) Updated:Wed, 02 Sep 2015 07:35 PM (IST)
बेलदौर-पीरनगरा पथ पर पैदल चलना हुआ मुश्किल

खगड़िया। एनएच 107 से प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली पीरनगरा-बेलदौर आरईओ पथ का जीर्णोद्वार नहीं होने से लोगों में निराशा छाने लगी है। इस वक्त आलम है पूरा पथ जर्जरता की सीमा पार कर चुकी है। पथ में दर्जनों जगह बड़े-बड़े गढ्डे बन गए हैं। बीते 15 दिनों से उक्त पथ झील में तब्दील है। जिससे ग्रामीणों को इस पथ पर चलान मुश्किल हो रहा है।

बताते चलें कि सड़क के कायाकल्प के लिए लगभग 8 वर्ष पूर्व प्राथमिकता के आधार पर इस पथ का चयन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया गया था, कार्यारंभ भी हुआ। परंतु कार्य एजेंसी की नीति के कारण निर्धारित समया में यह पूरा नहीं हो सका। जिससे यह सड़क आज लोगों के लिए सिर दर्द बन गई है। हालांकि पथ की बदहाली की शिकायत कई बार मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री से भी क्षेत्रवासी कर चुके हैं परंतु आज भी पथ की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

पथ से जुड़े लोगों की सुनें

पीरनगरा के ब्रजेश कुमार, गौतम चन्द्र यादव, शेरबासा के शंकर यादव सहित दर्जनों गांव के ग्रामीणों का कहना है इस पथ पर पैदल तक चलना मुश्किल हो गया है। परंतु बदतर स्थिति की ओर किसी की नजर नहीं है। सबसे बदतर स्थिति पीरनगरा गांव की है। जलजमाव व कीचड़ के कारण ग्रामीणों को सड़क पर निकलने से पहले जूता उतारने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

बोले, ग्रामीण कार्य विभाग के जेई अनिल कुमार

पथ का कार्य एजेंसी एनबीसीसी था। जिसने निर्माण कार्य आधा-अधूरा छोड़ दिया। इसी कारण एजेंसी को ब्लैक लिस्टेट कर दिया गया। इसी से पथ निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है।

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