मां चंडेश्वरी धाम में आयोजित मेला में उमड़ी भीड़

प्रखंड क्षेत्र के मदुरना में स्थित मां चंडेश्वरी धाम में आयोजित मेला में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु मां का दर्शन पूजन करने के बाद मेला का का आनंद उठाए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 09:28 PM (IST) Updated:Sat, 13 Apr 2019 09:28 PM (IST)
मां चंडेश्वरी धाम में आयोजित मेला में उमड़ी भीड़
मां चंडेश्वरी धाम में आयोजित मेला में उमड़ी भीड़

प्रखंड क्षेत्र के मदुरना में स्थित मां चंडेश्वरी धाम में आयोजित मेला में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु मां का दर्शन पूजन करने के बाद मेला का का आनंद उठाए। वहीं मेले में आए लोगों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। जिससे लोगों की भीड़ काफी बढ़ गई। बता दें कि चंडेश्वरी धाम में बकरे की बलि रक्त बहा कर नहीं दी जाती। स्थानीय पुजारी के द्वारा अभिमंत्रित चावल फेंकने भर से ही बकरा निर्जीव अवस्था में कुछ समय के लिए चला जाता है और पुन: फिर जीवित हो जाता है। यहां आने वाले भक्तों के बीच यही विषय काफी चर्चा का होता है और मां की महिमा के आगे लोग अपना सिर झुका देते हैं। इस स्थल पर मेला लगने का कार्य काफी पूर्व से चला आ रहा है। पुरानी परंपरा के अनुसार नवरात्रि के पहर सप्तमी के दिन ग्राम हाटा के काली मंदिर में मेले का आयोजन होता है। दोबारा यही मेला मां चंडेश्वरी थाम पर अष्टमी और नवमी को लगता है, लेकिन इस वर्ष सप्तमी और अष्टमी एक ही दिन होने के कारण ग्राम मदुरना मां चंडेश्वरी धाम में सिर्फ एक दिन के लिए ही नवमी का मेला लगाया गया। नवमी का मेला समाप्ति के बाद यही मेला बखारी देवी मंदिर जिसका आधा हिस्सा चैनपुर प्रखंड में और आधा हिस्सा चांद प्रखंड में है वहां चला जाता है और दशमी से मेला शुरू होता है। इसके बाद यही मेला दुर्गावती के कुल्हडिया चला जाता है और वहां मेले का आयोजन होता है। जोकि काफी लंबे समय तक चलता है । इस मेले की खासियत है कि यहां मिट्टी के बर्तन और सिल्वट ओखली सहित कई बर्तन पत्थर के मिलते हैं।

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