बिजरा गांव के पोखर पर अतिक्रमण कर गंदगी फैला रहे ग्रामीण

प्रखंड क्षेत्र के जलालपुर पंचायत अंतर्गत बिजरा गांव के सर्वसाधारण पोखर का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। गांव के कुछ किसानों ने बताया कि दस वर्ष पूर्व यह पोखरा बहुत ही साफ रहता था और किसी के द्वारा कोई अतिक्रमण नहीं किया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Aug 2019 11:45 PM (IST) Updated:Thu, 29 Aug 2019 11:45 PM (IST)
बिजरा गांव के पोखर पर अतिक्रमण कर गंदगी फैला रहे ग्रामीण
बिजरा गांव के पोखर पर अतिक्रमण कर गंदगी फैला रहे ग्रामीण

प्रखंड क्षेत्र के जलालपुर पंचायत अंतर्गत बिजरा गांव के सर्वसाधारण पोखर का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। गांव के कुछ किसानों ने बताया कि दस वर्ष पूर्व यह पोखरा बहुत ही साफ रहता था और किसी के द्वारा कोई अतिक्रमण नहीं किया गया था। लेकिन लगभग आठ साल से गांव के ही कुछ ग्रामीणों द्वारा पोखर के चारों तरफ अतिक्रमण लगातार किया जा रहा है। एक समय था कि इस पोखरे से गांव के किसानों के कई एकड़ खेतों की सिचाई होती थी। साफ-सुथरा जल रहने के कारण गांव के ग्रामीणों ने इसी पानी से नहाने धोने का काम किया करते थे। लेकिन अभी पोखर के चारों तरफ गांव के लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लगातार गंदगी किया जा रहा है। जिसके कारण कोई व्यक्ति आकर स्नान नहीं कर पाता है। नहीं इस पोखरे से अब सिचाई होती है। जबकि यह पोखर का लंबाई और चौड़ाई लगभग 4 एकड़ में था। लेकिन अब एक एकड़ भी नही बच पाया है। इसके साथ साथ यह पोखरा गांव के ग्रामीणों को छठ पूजा करने के लिए बहुत ही सुंदर पोखरा रहा करता था। लेकिन अब पोखर के चारों तरफ कुछ ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण कर के गंदगी फैलाने की वजह से अब इस पोखर में छठ पूजा भी नहीं हो पाता है। इस समय छठ पूजा करने के लिए गांव से लगभग 500 मीटर दूरी तय कर सोन उच्च स्तरीय नहर में 184 आरडी पर जाना पड़ता है। क्या कहते हैं लोग -

फोटो नंबर- 17

राम निवास पासवान- बिजरा गांव के पोखर का अतिक्रमण और बढ़ता जा रहा है। यहां के कुछ ग्रामीण इस पर अतिक्रमण किए हुए हैं। यदि प्रशासन चाहे तो शीघ्र इस पोखर से अतिक्रमण हटवा सकता है। लेकिन प्रशासन अब तक कार्रवाई शुरू नहीं किया। फोटो नंबर- 18

कामेश्वर पासवान - बिजरा गांव का तालाब काफी अच्छा था। यहां पूजा अर्चना करने के साथ-साथ कई लोग अपने घरेलू कार्य के लिए पानी ले जाते थे। लेकिन आज तालाब काफी सिमट गया है और पानी भी उपयोगी नहीं है। जिससे ग्रामीणों को काफी संकट का सामना करना पड़ता है। क्या कहते हैं सीओ -

बिजरा गांव के पोखर को मापी कर अतिक्रमणकारियों को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही इस पोखर से अतिक्रमण हटवा दिया जाएगा।

- भरत भूषण सिंह, सीओ, रामपुर

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