पशुओं की प्यास बुझाने को पीएचइडी ने कराया नाद का निर्माण

गर्मी के दिनों में पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में जल स्तर नीचे खिसकने से लोगों के सामने पेयजल संक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 02:05 PM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 02:05 PM (IST)
पशुओं की प्यास बुझाने को पीएचइडी ने कराया नाद का निर्माण
पशुओं की प्यास बुझाने को पीएचइडी ने कराया नाद का निर्माण

गर्मी के दिनों में पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में जल स्तर नीचे खिसकने से लोगों के सामने पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता है। इस समस्या के समाधान को लेकर पीएचइडी विभाग खराब चापाकलों की मरम्मत का कार्य कर रहा है। ताकि लोगों को गर्मी के दिनों में पानी की समस्या से नहीं जूझना पड़े। इतना ही नहीं गर्मी के दिनों में बेजुबान पशुओं की प्यास बुझाने के लिए भी पीएचइडी विभाग गंभीर है। इस संबंध में पीएचइडी विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार सुमन ने बताया कि कैमूर जिले में पालतू पशुओं को पानी उपलब्ध कराने के लिए जिले के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में कुल 21 नाद का निर्माण करा दिया गया है। ताकि पालतू पशुओं को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने बताया कि पहाड़ी प्रखंड क्षेत्र में पानी की समस्या को देखते हुए चापाकलों की मरम्मत कराई जा रही है। साथ ही जिन क्षेत्रों में चापाकलों की मरम्मत में परेशानी है या वहां भू जल स्तर काफी नीचे मिलता है वहां के लिए टैंकर से पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि जंगली पशुओं के लिए फिलहाल कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि जिले में विभाग के मिले दिशा निर्देश के अनुसार पालतू पशुओं के लिए नाद का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन नादों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के लिए सौर ऊर्जा से संचालित मोटर पंपों को भी लगाया गया है। ताकि बिना किसी अवरोध के पालतु पशुओं को पानी की उपलब्धता 24 घंटे उपलब्ध कराई जा सके।

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