पेयजल संकट से त्रस्त हैं ग्रामीण

जमुई। सरौन पंचायत स्थित नैयवाडीह गांव के 800 से अधिक ग्रामीणों को इस भीषण गर्मी में पेयजल संक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Jun 2017 11:26 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jun 2017 11:26 PM (IST)
पेयजल संकट से त्रस्त हैं ग्रामीण
पेयजल संकट से त्रस्त हैं ग्रामीण

जमुई। सरौन पंचायत स्थित नैयवाडीह गांव के 800 से अधिक ग्रामीणों को इस भीषण गर्मी में पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। नैयवाडीह निवासी एवं वार्ड सदस्य संजय किस्कू, पूर्व पंचायत समिति सदस्य रिनीया हांसदा, दशरथ पंडित, बहादुर पंडित, राजकुमार किस्कू, बैला मुर्मू, अनुपी देवी, वीणा देवी आदि ने बताया कि जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण 800 से अधिक आबादी वाले आदिवासी बहुल गांव में एक भी चापाकल नहीं गाड़ा गया है जिस कारण ग्रामीण कुएं से पानी लाकर प्यास बुझाते थे । चिलचिलाती धूप तथा पछिया हवा के कारण पिछले एक माह से गांव में मौजूद सभी कुएं का जलस्तर नीचे चला गया है। मजबूर होकर सभी ग्रामीण बगल के जोरिया से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में चापाकल लगाने के लिए वर्तमान मुखिया अन्नु देवी से कई बार आग्रह किया गया मगर उनके द्वारा बार-बार आश्वासन दिया जाता है लेकिन चापाकल नहीं गड़वाया गया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी डॉ. कौशल किशोर से नैयवाडीह गांव में अविलम्ब चापाकल लगाने की मांग की है ताकि ग्रामीणों को पेयजल संकट से निजात मिल सके।

chat bot
आपका साथी