गोशाला में एसी का आनंद ले रहे अतिक्रमणकारी और मर रही गायें

संवाद सहयोगी जमुई राम-कृष्ण गोशाला की गायों को खुले में विचरण करने तथा रहने के लिए 16 खटाल बनाए गए थे। इन दिनों रसूखदारों ने कब्जा कर व्यवसाय और गोदाम खोल रखा है। गाय के खटाल में एसी और अत्याधुनिक सुविधा के साथ पूरा परिवार मौज कर रहा है। संकरे और फिसलन भरी टूटी जगह में गायों को रहना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jul 2022 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jul 2022 06:35 PM (IST)
गोशाला में एसी का आनंद ले रहे अतिक्रमणकारी और मर रही गायें
गोशाला में एसी का आनंद ले रहे अतिक्रमणकारी और मर रही गायें

फोटो- 03 जमुई- 24,25

- 16 गायें दलदल में फिसल कर मर गई

-16 खटाल गायों के रहने के लिए बनाए गए हैं

- 01 छोटे से कमरे में गायों को रख दिया

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-रसूखदारों ने कब्जा कर बना लिया गोदाम

- जमुई शहर के राम-कृष्ण गोशाला का मामला

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संवाद सहयोगी, जमुई : राम-कृष्ण गोशाला की गायों को खुले में विचरण करने तथा रहने के लिए 16 खटाल बनाए गए थे। इन दिनों रसूखदारों ने कब्जा कर व्यवसाय और गोदाम खोल रखा है। गाय के खटाल में एसी और अत्याधुनिक सुविधा के साथ पूरा परिवार मौज कर रहा है। संकरे और फिसलन भरी टूटी जगह में गायों को रहना पड़ रहा है। इस कारण एक महीने में 16 गायों की मौत हो चुकी है। यह कहानी है जमुई के राम-कृष्ण गोशाला की। राम कृष्ण गौशाला को अपनी करोड़ों की संपत्ति है। खराब प्रबंधन और उपेक्षा के कारण यह स्थिति है। गोशाला की अपनी बड़ी विशाल भूमि श्यामा प्रसाद सिंह महिला कालेज के सामने है। यह जमीन काफी महंगी होने के साथ-साथ अतिक्रमणकारियों की नजर में है।

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गोशाला संचालन के लिए बनाए गए थे 16 दुकानें व शेड

गोशाला का बेहतर संचालन के लिए सचिव सह व्यवसायी राजू भालोटिया ने 16 दुकानें बनाई और उसे किराए पर लगा दिया था। गाय के लिए इन दुकानों के नीचे 16 शेड भी बनाए गए थे। गायों के लिए बने शेड पर अतिक्रमणकारियों की नजर लग गई और एक-एक रसूखदार लोगों को कई-कई दुकान देकर गाय के शेड पर कब्जा कर लिया गया। अब जब गोदाम, दुकान और आवास बन गया है तो धीरे-धीरे गोशाला के घेरे को तोड़ दिया गया ताकि ट्रकों की आवाजाही हो सके। नतीजा, गायों को टूटे हुए एक छोटे से कमरे में बंद किया जाता है। मामला तब खुल गया जब तीन थानों की पुलिस ने लगभग 200 गायों को तस्करों से छुड़ाकर न्यायालय के आदेश के बाद गोशाला में जमा करा दिया। तस्करों से छुड़ाई गई उन गायों को क्या पता था कि एक नर्क से निकलकर वह दूसरी नर्क में जा रही है।

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कोट

स्थानीय लोगों के सहयोग से राम-कृष्ण गोशाला को समृद्ध और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। गाय के शेड में आवास और दुकान बनाकर रहने वाले लोगों को तुरंत गाय शेड खाली कराने का आदेश दिया जाएगा।

अभय कुमार तिवारी, एसडीओ सह राम-कृष्ण गोशाला अध्यक्ष

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