40 के पार पहुंचा पारा, लोगों में बढ़ी बेचैनी

संवाद सहयोगी, जमुई : वैशाख महीना खत्म हो चुका है। ज्येष्ठ के शुरुआत में ही मौसम ने अपना मिजाज बदला ह

By Edited By: Publish:Wed, 06 May 2015 06:46 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2015 06:46 PM (IST)
40 के पार पहुंचा पारा, लोगों में बढ़ी बेचैनी

संवाद सहयोगी, जमुई : वैशाख महीना खत्म हो चुका है। ज्येष्ठ के शुरुआत में ही मौसम ने अपना मिजाज बदला है। पारा 40 के पार पहुंच चुका है। लोगों की बेचैनी इस कदर बढ़ी है कि धूप में लोग सड़कों पर निकलना नहीं चाहते। बीते सोमवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हालांकि बुधवार को तापमान में थोड़ी गिरावट आई और पारा 40 डिग्री था। धूप एवं गर्म हवा लू की शक्ल में इस कदर चलती है कि लोगों को घरों से निकलना मुश्किल है। एक ओर गर्मी तो दूसरी ओर अनियमित विद्युत आपूर्ति लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। घरों में छोटे-छोटे बच्चे काफी परेशान हैं। अचानक गर्मी बढ़ने से शीतल पेय का बाजार गर्म हो गया है। चिकित्सकों की मानें तो इस भीषण गर्मी में आंखों और शरीर का ख्याल रखना जरुरी है।

राहत देती है सूती कपड़े

जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है वैसे-वैसे कॉटन के कपड़े राहत देती है। इसका कारण भी साफ है। कॉटन के कपड़ों में पानी सोखने की क्षमता ज्यादा होती है। जब गर्मी पड़ती है तो शरीर से निकलने वाला पसीना कपड़ा सोख लेता है और लोगों को राहत मिलती है। चिकित्सकों की राय में हल्के रंग के कपड़ा गर्मी में पहनना चाहिए क्योंकि सूर्य की रोशनी को वह नहीं खींचता है।

खान-पान का रखें ख्याल

गर्मी के मौसम में मसालेदार भोजन शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इस मौसम में हल्का भोजन एवं पानी अधिक पीना चाहिए। इसके अलावे फलों का सेवन शरीर को राहत देता है। खीरा, तरबूज, बेल खाने से शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाती है।

आंखों का ख्याल रखना जरुरी

गर्मी के मौसम में तेज धूप से निकलने वाली अल्ट्रा वाइलेट किरणें आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। इससे केजिक्ट वायरस और एलर्जी होती है। इससे बचाव के लिए लोगों को सन ग्लास पहनना चाहिए।

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