हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद, घरों में अदा की गई नमाज

जहानाबाद जिला से लेकर प्रखंड तक बकरीद हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में मनाया गया। कोरोना संक्रमण के कारण मस्जिदों में नमाज अदा नहीं की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:32 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:32 PM (IST)
हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद, घरों में अदा की गई नमाज
हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद, घरों में अदा की गई नमाज

जहानाबाद: जिला से लेकर प्रखंड मुख्यालय के अलावा ग्रामीण इलाके में बकरीद का त्योहार हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में मनाया गया। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण मस्जिदों में नमाज अदा नहीं की गई। सभी लोग अपने-अपने घर में ही नमाज अदा किए। इस पर्व में गांगी-तहजीब के जीवंत दर्शन हुए। दोनों समुदायों के लोगों ने मिलकर एक दूसरे को पर्व का मुबारकवाद दिया। पटना-गया एनएच 83 के समीप अवस्थित ईदगाह के पास नमाजियों की भीड़ नहीं लगी। इधर दो वर्षों से कोरोना वायरस के कारण सामूहिक नमा•ा अदा नहीं की जा रही है। एक दूसरे के सेवा में जुटे रहे मुस्लिम भाई

बकरीद का त्योहार को लेकर सभी घरों में कुर्बादी के अलावा स्वादिष्ट भोजन भी बनाया गया था। मेहमानों के आने पर मुस्लिम भाई उनके सेवा में जुटे दिखे। पर्व की खुशियों को खास करने के लिए मुसलमानों ने अपने हिन्दू साथियों को भी आमंत्रित किया था। इसके अलावा आपस में भी एक दूसरे के घरों में जाकर लोगों ने बकरीद की मुबारकबाद दी। संवेदनशील जगह पर पुलिस की थी पैनी नजर

बकरीद त्योहार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर चिन्हित संवेदनशील जगह के अलावा नगर परिषद के प्रत्येक चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। अधिकारियों की नजर आने जाने वाले लोगों पर पैनी नजर थी।पुलिस की मौजूदगी के कारण लहरिया कट बाइकर्स नजर नहीं आए। अंचलाधिकारी संजय कुमार अंबष्ठ के अलावा कई अधिकारी भ्रमण करते दिखे। मेले के इंतजार में रहे बच्चे: जहानाबाद: बकरीद में ईदगाह स्थल पर पिछले दो साल से मेले का आयोजन नहीं हो रहा है। बड़े बुजुर्गाें के लिए तो इबादत की जगह घर में थी लेकिन बच्चों को इस तरह के त्योहार में मेले का इंतजार होता है। उनलोगों को चार्ट पकौड़े, खिलौने तथा झूला का आनंद को लेकर मेला का इंतजार था।लेकिन इस बार भी कोरोना गाइड लाइन के तहत इसकी इजाजत नहीं दी गई। जिससे बच्चे तो मायूस थे हीं यहां दुकान लगाने की चाहत रखने वाले लोगों को भी आर्थिक नुकसान हुआ।

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