गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से बढ़ी दियारा के लोगों की चिता

गोपालगंज। नेपाल में मानसून सक्रिय होने के साथ बाल्मिकीनगर बराज से पानी छोड़े जाने से गंडक गोपालगंज। नेपाल में मानसून सक्रिय होने के साथ बाल्मिकीनगर बराज से पानी छोड़े जाने से गंडक नदी का जलस्तर में उतार व चढ़ाव ने ग्रामीणों की चिता को बढ़ा दिया है। नदी के जलस्तर में हर दिन हो रहे बदलाव के कारण दियारा इलाके के लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं। गंडक नदी की जलस्तर के घटने व बढ़ने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही तटबंधों की बदहाली से इस इलाके के ग्रामीणों की धड़कन बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 06:19 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 06:13 AM (IST)
गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से बढ़ी दियारा के लोगों की चिता
गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से बढ़ी दियारा के लोगों की चिता

गोपालगंज। नेपाल में मानसून सक्रिय होने के साथ बाल्मिकीनगर बराज से पानी छोड़े जाने से गंडक नदी का जलस्तर में उतार व चढ़ाव ने ग्रामीणों की चिता को बढ़ा दिया है। नदी के जलस्तर में हर दिन हो रहे बदलाव के कारण दियारा इलाके के लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं। गंडक नदी की जलस्तर के घटने व बढ़ने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही तटबंधों की बदहाली से इस इलाके के ग्रामीणों की धड़कन बढ़ गई है। सदर प्रखंड से लेकर कुचायकोट तथा बैकुंठपुर प्रखंड के दियारा इलाके के गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए सारण मुख्य तटबंध है तो कई स्थानों पर रिग बांध भी बने हुए हैं। लेकिन कुछ स्थानों पर इन बांधों की दशा ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर तटबंध की निगरानी के लिए होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई है। बावजूद इसके दियारा इलाके के लोगों की चिता कहीं से भी कम नजर नहीं आ रही है।

सदर प्रखंड के जादोपुर बाजार से दियारा इलाके को जोड़ने वाली सारण तटबंध को ही देखें तो इसकी बदहाल दशा इस बार गंडक के उफान को शायद ही झेल सके। इस इलाके के ग्रामीण बताते हैं कि सारण तटबंध बाढ़ से सुरक्षा देने के साथ ही कई गांवों में आने जाने का रास्ता भी है। लेकिन अब इसकी दशा बदहाल हो गई है। मशानथाना गांव निवासी धीरज सिंह ने बताया कि मशानथाना, पतहरा, हिरापाकड़, जादोपुर दुखहरण व दुबे टोला गांव के लोग शहर में आने के लिये सारण तटबंध होकर ही जाते है। पिछले कई सालों से बांध की स्थिति काफी बदहाल है। बारिश के मौसम में लोगों को इस बांध से होकर जाने में काफी परेशानी होती है। मशानथाना गांव निवासी राजीव रंजन सिंह व सुमंत कुमार कहते हैं कि दियारा इलाके के लोग जादोपुर बाजार व गोपालगंज जाने के लिये सारण तटबंध होकर ही जाते है। इसी पर ऑटो से लेकर ट्रैक्टर होकर जाते हैं। जिससे इसकी दशा काफी खराब हो गई है। ऐसे में गंडक नदी में उफान आने पर शायद ही यहां तटबंध पानी का दबाव झेल सके। इस इलाके के ग्रामीण बताते हैं कि मुख्य तटबंध की दशा सुधारने के लिए कई बार विभाग को आवेदन दिया गया। लेकिन कोई काम नहीं हुआ। अब गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही बाढ़ की आशंका से इस इलाके के लोगों की धड़कन भी बढ़ने लगी है। इसी तरह की स्थिति सारण तटबंध के विभिन्न इलाकों की है।

chat bot
आपका साथी