नये कृषि कानूनों को खुद के हित में मानते हैं नवादा के किसान, कहा-किसान आंदोलन का उनसे वास्ता नहीं
Kisan aandolan नवादा जिले के किसानों ने कहा- नई कृषि कानून के नाम पर विपक्षी दल सिर्फ कर रही राजनीति आंदोलन से किसानों को कोई वास्ता नहीं केंद्र की सरकार लगातार किसानों के हित में कर रही काम
गया/नवादा, जेएनएन। इस समय पूरे देश में कृषि कानून को लेकर हंगामा मचा है। करीब 20 दिनों से दिल्ली में पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्य के कई किसान संगठन व विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान बिल को वापस लेने की मांग को लेकर 8 दिसंबर को सभी विपक्षी दल व किसान संगठन के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद कर सड़कों पर धरना-प्रदर्शन भी किया, लेकिन बिहार के किसानों को इस आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। नवादा जिले के किसान इन दिनों हमेशा की तरह ही गांवों में अपने खेत में खेतीबारी में जुटे हैं। वे केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून को अपने हित में मानते हैं।
सरकार के काम को बेहतर मानते हैं नवादा के किसान
जागरण की टीम ने सदर प्रखंड नवादा के जमुुआवां पटवासराय, आंती, कादिरगंज आदि पंचायतों में किसानों से बात कर नये कृषि कानून और दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर उनकी राय जानी। पड़ताल के क्रम में किसानों से मिलकर बातचीत की गई। किसानों ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। सरकार की ओर से लगातार किसानों के हित में बेहतर काम किया जा रहा है। नई कृषि कानून भी किसानों के लिए हितकर होगा। विपक्षी पार्टियां किसानों को बरगला कर किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। और अपना राजनीति रोटी सेकना चाह रही है। किसानों को आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। किसान अपने खेतीबारी में जुटे हैं। आंदोलन में विपक्षी पार्टी के लोग शामिल हैं।
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