गया में पितृपक्ष मेला आयोजन की उठी जोरदार मांग, विष्णुपद मंदिर के पास के दुकानदारों ने कही यह बड़ी बात

गया शहर में पितृ पक्ष मेला के आयोजन की जोरदार मांग उठी है। श्री विष्‍णु पद मंदिर के पास के दुकानदारों ने जोर देकर कहा है कि वैक्‍सीन की दूसरी डोज देकर पितृ पक्ष मेला का आयोजन हर हाल में होना चाहिए।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 11:53 AM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 01:32 PM (IST)
गया में पितृपक्ष मेला आयोजन की उठी जोरदार मांग, विष्णुपद मंदिर के पास के दुकानदारों ने कही यह बड़ी बात
एक साल तक इस मेला का इंतजार रहता है, सांकेतिक तस्‍वीर ।

गया, जागरण संवाददाता। गया शहर में पितृ पक्ष मेला के आयोजन की जोरदार मांग उठी है। श्री विष्‍णु पद मंदिर के पास के दुकानदारों ने जोर देकर कहा है कि वैक्‍सीन की दूसरी डोज देकर पितृ पक्ष मेला का आयोजन हर हाल में होना चाहिए। बता दें कि गया में अपने पितरों की मोक्ष की कामना को लेकर प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री आते है। मोक्षदायिनी फल्गु तट पर पिंडदान कर अपने पितरों को मोक्ष की कामना करते है। लेकिन, पितृपक्ष मेला के दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गया में आते है। एक पखवारे तक चलने वाला पितृपक्ष मेला में  करीब सात लाख तीर्थयात्री आते है। पितृपक्ष मेला का इंतजार सभी वर्ग को लोगों का रहता है। क्योंकि मेला से एक बड़ा कारोबार होता है। जबकि कोरोना को देखते हुए पिछले वर्ष भी पितृपक्ष मेला का आयोजन नहीं किया गया था। वहीं पितृपक्ष मेला 2021 का सुगबुगाहट नहीं होने से विष्णुपद मंदिर के पास स्थित दुकानदारों का चिंता बढ़ गयी है। क्योंकि पितृपक्ष 19 सितंबर से शुरू होने वाला है।

दुकानदार जीतेंद्र कुमार मालाकार ने कहा कि पितृपक्ष मेला का आयोजन बंद होने से रोजगार भी बंद हो गया है। हरहाल में मेला का आयोजन होना चाहिए। साथ ही कोरोना गाइडलाइन के तहत मंदिर भी खुलना चाहिए।

दुकानदार शशिलाल पाठक का कहना है कि पितृपक्ष मेला का आयोजन बिल्कुल होना चाहिए। क्योंकि दुकानदार कर्ज के बोझ के तले दबते जा रहा है। कर्ज लेकर दुकानदार किसी तरह से काम चला रहे है। पितृपक्ष मेला का इंतजार एक साल से दुकानदारों को रहता है।

दुकानदार चंदन गुरदा ने कहा कि पितृपक्ष मेला का आयोजन हर हाल में होना चाहिए। कोरोना गाइडलाइन के तहत प्रत्येक दिन 20 हजार तीर्थयात्री को मेला में प्रवेश के अनुमति देना चाहिए। जिससे शारीरिक दूरी का पालन के साथ भीड़ भी नहीं लगेगा। प्रवेश की अनुमति सिर्फ दोनों  वैक्सीन का डोज लेने वाले तीर्थयात्रियों देकर मेला का आयेाजन प्रशासन कर सकता है।

दुकानदार राजन लाल गुरदा कहते हैं कि पितृपक्ष मेला का इंतजार एक साल से दुकानदार करते है। क्योंकि एक पखवारे तक चलने वाला मेला में अच्छी कारोबार होती है। पिछले वर्ष भी मेला का आयोजन नहीं होने से दुकानदारों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। इसी वर्ष पितृपक्ष मेला का आयोजन किसी भी हाल में होना चाहिए।

दुकानदार मोहन कुमार ने जोर देकर कहा कि पितृपक्ष मेला का आयोजन नहीं होने से दुकानदार कर्ज में डूबते जा रहे है। मेला को लेकर पिछले वर्ष सभी सामान दुकानदार बाहर से मंगा लिया था। लेकिन मेला का आयोजन नहीं होने से भी सामान रखा है। जिसके कारण पूंजी एक वर्ष से फंसा हुआ है। इस वर्ष अगर मेला का आयोजन नहीं हुआ तो दुकानदार पूरी तरह से कर्ज में डूब जाएगे।

दुकानदार सिकंदर प्रसाद गुप्ता ने भी कहा कि पितृपक्ष मेला का आयोजन किसी भी हाल होना चाहिए। जब राज्य में चुनाव हो सकता है तो मेला क्यों नहीं? पिछले साल विधान सभा का चुनाव हुआ। इस वर्ष पंचायत चुनाव होने जा रहा है। चुनाव के तरह ही मेला का भी आयोजन भी प्रशासन को करना चाहिए।

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