प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रभावित रिचर्ड गेरे, अब अमेरिका में करेंगे प्रचार-प्रसार

हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे प्राचीन भारतीय शिक्षा से बहुत प्रभावित हैं। वे अब अमेरिका में भी इसका प्रचार-प्रसार करेंगे। गेरे इन दिनों दलाई लामा के साथ बोधगया में हैं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Tue, 23 Jan 2018 12:55 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jan 2018 11:36 PM (IST)
प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रभावित रिचर्ड गेरे, अब अमेरिका में करेंगे प्रचार-प्रसार
प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रभावित रिचर्ड गेरे, अब अमेरिका में करेंगे प्रचार-प्रसार

गया [जेएनएन]। तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के अनन्य भक्त व हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे भारत की प्राचीन शिक्षा पद्धति से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि वे अमेरिका में इसका प्रचार-प्रसार करेंगे। गेरे इन दिनों बोधगया में दलाईलामा के प्रवचन में हर दिन शरीक हो रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने बच्चों से भी मुलाकात की। बच्चों के बीच उनकी खुशी देखते बन रही थी।

गेरे बौद्ध धर्म से काफी प्रभावित हैं। बीस वर्ष की उम्र में ही उनका इस ओर आकर्षण हो गया था। उन्होंने इसका काफी अध्ययन किया। नेपाल भी गए। तिब्बती धर्मगुरु के संपर्क में आए और अब वे नियमित रूप से वहां जाते हैं, जहां दलाईलामा होते हैं। गेरे मानवीय मूल्यों के प्रति काफी समर्पित हैं।

बोधगया में भी वे न सिर्फ दलाईलामा के प्रवचन व अभिषेक में शामिल हो रहे हैं, बल्कि स्कूली बच्चों से भी मिल रहे हैं।

उन्होंने यहां दो-दो शैक्षणिक संस्थाओं का भ्रमण किया। एलिस प्रोजेक्ट पहुंचने पर शिक्षकों व बच्चों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। एलिस प्रोजेक्ट देश में प्राचीन शिक्षा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। इसका उद्देश्य है कि हर छात्र खुद को पहचाने। अपने जीवन का अर्थ समझे। यहां छात्रों को दया, करुणा और शांति जैसे मानवीय मूल्यों के लिए प्रेरित किया जाता है। गेरे इससे काफी प्रभावित हुए। स्कूल के संस्थापक वेलंटिनो ज्याकोमिन ने उन्हें परियोजना की जानकारी देते हुए निर्माणाधीन भवन व स्कूल कैंपस का परिभ्रमण कराया। उन्होंने परिसर के बगीचे में स्थित स्तूप के समीप खड़े होकर नमन किया।

इस परिभ्रमण में अपनी टिप्पणी में उन्होंने कहा कि यह परियोजना असाधारण है। हम अमेरिका में इस पद्धति का प्रचार-प्रसार करेंगे। इसकी वर्तमान परिवेश में सख्त आवश्यकता है।

दलाईलामा जब भी आते हैं, गेरे भी यहां पहुंचते हैं। इस बार धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने के अलाव बच्चों से भी मिल रहे हैं।

1970 के दशक में हॉलीवुड की फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश कर लुकिंग टू गुडबार से लेकर ऐन ऑफिसर एंड जेंटलमैन, द प्रेटी वीमैन जैसी कई फिल्में देने वाले रिचर्ड गैरी को अपने बीच पाकर बच्चे काफी खुश हैं। गेरे किसी से मिलते-जुलते नहीं हैं। दलाईलामा के कार्यक्रम में शरीक होते हैं और साधना करते हैं, पर बच्चों के बीच जाते हैं।

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