नवादा के वारसलीगंज में प्रधानमंत्री मातृत्व शिविर में 380 गर्भवती माताओं की महिला डॉक्टरों ने की जांच
वारिसलीगंज पीएचसी में सोमवार को प्रधानमंत्री मातृत्व जांच शिविर का आयोजन किया गया। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आरती अर्चना के नेतृत्व में आयोजित शिविर में प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की 380 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई।
नवादा, जेएनएन। वारिसलीगंज पीएचसी में सोमवार को प्रधानमंत्री मातृत्व जांच शिविर का आयोजन किया गया। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आरती अर्चना के नेतृत्व में आयोजित शिविर में प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की 380 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई।
नगर के अलावा गांव से भी पहुंचीं महिलाएं
मौके पर पीएचसी प्रभारी डॉ आरती अर्चना के अलावा डॉ राम कुमार ,डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ धनंजय कुमार, दंत चिकित्सक डॉ सरिता कुमारी समेत नर्से व आशा दीदियों ने उपस्थित होकर जांच कार्य में सहयोग किया । आयोजित जांच शिविर में प्रखंड के विभिन्न गांवो एवं नगर पंचायत क्षेत्र की गर्भवती माताओं का खून, पेशाब तथा गर्भ समेत विभिन्न प्रकार का जांच किया गया। इस क्रम में गर्भावस्था के दौरान होने वाले विभिन्न रोगों से बचाव तथा रोगग्रस्त माताओं को गर्भावस्था के इलाज के लिए चिकित्सक के संपर्क में रहने की सलाह दी गई। शिविर में गर्भवती माताओं का हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, विडाल, यूरिन, वीडीआरएल, कोरोना समेत गर्भस्त शिशु की गतिविधि को देखा गया।
जांच के बाद दी गईं मुफ्त दवाइयां
जांच उपरांत सभी गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम,आयरन,पेरासिटामोल व अन्य आवश्यक दवाइयां दी गई । कोरोना कॉल में गर्भवती महिलाओं को वे वजह घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह देते हुए कहा गया कि अगर बाहर निकलना आवश्यक होता है तब अच्छे से मास्क पहन कर निकले। कोरोना से बचाव के विभिन्न पहलुओं पर बिस्तार से जानकारी दी गई। मौके पर चिकित्सको के अलावे बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता मौजूद थी।
लोगों में थी खुशी, महिलाओं को मिली कुशल मातृत्व एवं पोषण की जानकारी
इस शिविर के आयोजन से महिलाओं के साथ परिवार के सभी सदस्यों में खुशी थी। महिलाओं को बताया गया कि उन्हें नवजात के जन्म से पूर्व और उपरांत क्या करना है, जिससे जच्चा और बच्चा दोनों का स्वास्थ्य सही रहे। लोगों ने कहा कि इस तरह के शिविर से महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच तो होती है, जानकारी मिलने से किसी तरह के नुकसान की संभावना घट जाती है।