औरंगाबाद में बैंक लूटकांड के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाई गई चौकसी

गया। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर में 70 लाख रुपये के बैंक लूटकांड के बाद गया के सीमावर्ती क्षे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Jul 2020 08:36 AM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 08:36 AM (IST)
औरंगाबाद में बैंक लूटकांड के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाई गई चौकसी
औरंगाबाद में बैंक लूटकांड के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाई गई चौकसी

गया। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर में 70 लाख रुपये के बैंक लूटकांड के बाद गया के सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है। औरंगाबाद से सटे सभी सीमावर्ती थानों को अलर्ट पर रखा गया। गुरुवार की दोपहर बाद से शेरघाटी, बोधगया व टिकारी से औरंगाबाद जाने वाले मार्गो पर वाहन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया।

वरीय आरक्षी अधीक्षक राजीव मिश्रा ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाराचट्टी, शेरघाटी व इमामगंज क्षेत्र के डीएसपी व थानाध्यक्षों को जांच अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। साथ ही टिकारी डीएसपी व थानाध्यक्ष को भी छोटे व बड़े वाहनों की जांच करने को कहा। इसके साथ जांच के दौरान संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दी। एसएसपी ने डीएसपी व थानाध्यक्षों को कहा, जो मार्ग गया से होकर झारखंड की ओर जाता है, उस पर जांच अभियान चलाएं। थैला लेकर चलने वाले व्यक्ति, गाड़ी की डिक्की व बड़े वाहनों की गहनता से जांच करें। यह जांच अभियान 24 घंटे तक चलाया जाए।

------

तीन बैंकों के एटीएम काटकर चोरों ने उड़ाए 50 लाख रुपये :

अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े सदस्यों ने गया शहर व आसपास के जिलों में तीन एटीएम लूटकांड को अंजाम दिया था। बोधगया के दोमुहान पर एटीएम उखाड़ कर ले गए थे। उस वक्त एटीएम से 26 लाख रुपये की लूट हुई थी। हाल ही में रामपुर थाना क्षेत्र के रामपुर निरीक्षक कार्यालय के सामने से 13.22 लाख रुपये और डोभी में एटीएम से 13 लाख रुपये लूटकर लुटेरे फरार हो गए थे। इन मामलों में पुलिसिया कार्रवाई अभी शून्य है। जबकि लूटकांड में सिटी एसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में एसआइटी भी गठित है। इस कांड को अंतरराज्यीय गिरोह ने अंजाम दिया है।

---

2018 में पकड़ा गया था बैंक लूटकांड का शातिर माधव :

गया की पुलिस फाइल में जिले के परैया थाना अंतर्गत पहरा गांव निवासी अमरेंद्र कुमार माधव उर्फ सुजीत कुमार मित्तल का नाम दर्ज है, उसे 2018 में पकड़ा गया था। यह अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना रहा था। इसने गिरोह बनाकर बिहार के अलावा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा व झारखंड राज्यों में 13 बैंक डकैती को अंजाम दिया था। उस वक्त यह कार्रवाई ओडिशा, झारखंड व पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग से हुई थी। उसकी गिरफ्तारी गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र से हुई थी। दूसरा मास्टरमाइंड राजेश कुमार दास भी परैया थाना अंतर्गत पहरा का रहने वाला है। इसकी गिरफ्तारी दो वर्ष बाद हुई थी।

----------------

इन बैंकों में लूटकांड को दिया अंजाम :

-इंडियन बैंक सुंदरगढ़- वर्ष 2016

-कियूनझार जोड़ा पीएनबी-वर्ष 2016

-संभलपुर भूषण प्लांट साइट- वर्ष 2016

-झारसुरगुड़ा बैंक-वर्ष 2016

-10 जुलाई-16 को गया में 20 लाख रुपये की लूट।

-वर्ष 2006 में श्रीरामपुर हुगली व चंदननगर बंगाल हुगली में बैंक डकैती।

-वर्ष 2008 में पुरुलिया पीएनबी बैंक में 84 लाख रुपये की बैंक डकैती। हावड़ा बाली में बैंक डकैती।

-वर्ष 2011 में रोहतास स्थित नोखा में 62 लाख की बैंक डकैती।

-वर्ष 2016 में गया के पांडे परसावां मगध मेडिकल थाना के मध्य बिहार ग्रामीण बैंक से 20 लाख रुपये पुराने नोट की डकैती।

-फरवरी, 2017 फरवरी में एसबीआइ, चांदन, बांका में बैंक डकैती

-वर्ष 2017 में बेंगाबाद गिरिडीह में बैंक डकैती

-वर्ष 2018 में मिहिजाम में 62 लाख की बैंक डकैती, अंगुल थाना (ओडिशा) सहित अन्य बैंकों में डकैती।

-रोहतास स्थित नोखा में 62 लाख। मिहिजाम में 62 लाख रुपये की डकैती।

-प्लांट साइट में इंडियन ओवरसीज बैंक में 42 लाख रुपये व सोना लूटा था।

-आंध्रा बैंक में 40 लाख रुपये नकद और 30 लाख रुपये की ज्वैलरी की लूट। यूनियन बैंक से दो किग्रा सोना व आठ लाख रुपये नकदी की डकैती।

------

कोट: ::

-बीते वर्ष पकड़े गए दोनों शातिरों को ओडिशा पुलिस अपने साथ ले गई थी। चूंकि ओडिशा में सबसे ज्यादा बैंक डकैती की घटना को उन लोगों ने अंजाम दिया था। फिलहाल, वे दोनों ओडिशा की जेल में बंद हैं।

-राजीव मिश्रा एसएसपी, गया।

chat bot
आपका साथी