मवेशियों में खोरहा रोग फैलने से पशुपालक परेशान

संवाद सहयोगी, टिकारी : दर्जनों गाव में सैकड़ों मवेशी खोरहा रोग से ग्रसित हैं। यह रोग तेजी से फैल र

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 08:25 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 08:25 PM (IST)
मवेशियों में खोरहा रोग फैलने से पशुपालक परेशान
मवेशियों में खोरहा रोग फैलने से पशुपालक परेशान

संवाद सहयोगी, टिकारी : दर्जनों गाव में सैकड़ों मवेशी खोरहा रोग से ग्रसित हैं। यह रोग तेजी से फैल रहा है, जिससे पशुपालक परेशान हैं। गाव तो गाव टिकारी शहर में भी कई मवेशी इस रोग से आक्रांत बताए जा रहे हैं। अचानक फैल रही इस बीमारी के बाद बाजार में उपलब्ध इस रोग से बचने की दवा आउट ऑफ मार्केट हो चली है। जिस दुकान में यह दवा है भी तो पशुपालकों को उंची कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही है। पशु चिकित्सकों के अनुसार खोरहा नामक संक्रामक रोग की सबसे उपयुक्त और कारगर दवा एफएम है। जो दवा दुकानों में उपलब्ध नहीं है।

प्रखंड के चिरैली, संडा, तेतरिया, खैरा, इस्माईलपुर, छठवा, इगुना, अघोरी बिगहा, पलुहड़, पाडे बिगहा, मऊ और टिकारी शहर के विभिन्न मोहल्ले में इस रोग से कई मवेशी ग्रसित हैं। पशुपालकों ने बताया कि इस बीमारी की वजह से पशु को तेज बुखार होता है। आहार लेना और जुगाली करना बंद कर देता है। दुधारू पशु दूध देना बंद कर देती है।

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फिर चलेगा टीकाकरण अभियान

प्रखंड के पशुपालन पदाधिकारी डॉ. सुबोध कुमार ने बताया कि टिकारी में पशुओं की कुल संख्या लगभग 48 हजार है। रोग से बचाव के लिए चार पाच माह पूर्व अभियान चलाकर पशु टीकाकरण किया गया था। 44 हजार पशुओं को टीका लगाया गया था। इस रोग के फैलने का मुख्य कारण पशु मेला या घर व मोहल्ले में बाहरी पशुओं के संपर्क में आना, मौसम में बदलाव और उतार चढ़ाव, वायरस के फैलाव आदि प्रमुख है। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर से 5 नवंबर तक पुन: टीकाकरण अभियान चलाने की तैयारी विभाग कर रहा है।

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