बॉर्डर पर उपद्रव के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
मोतिहारी । भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र को रेखांकित करने वाले बॉर्डर पर उपद्रवी तत्व शरारत क
मोतिहारी । भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र को रेखांकित करने वाले बॉर्डर पर उपद्रवी तत्व शरारत कर सकते हैं। इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने इंडो नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात एजेंसियों को अलर्ट किया है। इसकी जानकारी विभागीय सूत्रों ने दी। हालांकि इस संबंध में अधिकारी अधिकृत रूप से कुछ बोल नहीं रहे है। अनुमंडल अंतर्गत रक्सौल, आदपुर, छौड़ादानो ग्रामीण क्षेत्रों के नोमैंस लैंड पर दो दर्जन नए सहायक पिलरों का निर्माण हुआ है। इसके अलावे क्षतिग्रस्त की मरम्मती भी हुई है। रक्सौल प्रखंड के 393 पिलर के समीप भकुआब्रह्म स्थान और सुंदरपुर के पास चार सहायक पिलर नो मैंस लैंड के करीब निर्माण हुआ है। जिसे दोनों देशों की सीमा की पहचान हो सकी है। बॉर्डर पिलरों के समीप दस गंज के समीप दोनों देशों की सुरक्षाकर्मी गश्त लगाते नजर आ रहे है। नेपाल द्वारा भारत के कब्जे वाली भूमि को नेपाल की भूमि बताने वाला राजनैतिक नक्शा सदन में पारित करने के बाद से मधेश के तराई क्षेत्र में लगातार विवाद उत्पन्न किया जा रहा है। इसके साथ ही नेपाल पुलिस आक्रामक रुख अख्तियार किया है। भारत को उकसा रहा है। इधर सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है। भारत विरोधी संगठनों के इशारे पर और चीन समर्थित नेपाली युवक युवतियां भारत से जुड़े सीमा क्षेत्र के पिलरों को क्षतिग्रस्त कर विवाद उत्पन्न कर सकते है। बता दें कि पूर्वी और पश्चिमी चंपारण से जुड़े नेपाल की सीमा पैमाइश करीब दस साल पूर्व हुई थी। इसके लिए दोनों देशों की सरकारों ने टीम गठित किया था। जिसमें भारत-नेपाल के अधिकारी शामिल थे। इस संबंध में कमांडेंट प्रियब्रत शर्मा ने बताया कि बॉर्डर पिलरों की सुरक्षा व्यवस्था का निर्देश दिया गया है।इसके साथ ही ग्रामीणों से आग्रह भी किया गया है कि बॉर्डर पर किसी प्रकार की चहलकदमी को देख तत्काल सूचना स्थानीय पुलिस को दें या फिर सशस्त्र सीमा बल जवानों को दे। उपद्रवी तत्व दोनों देशों के बीच तनाव पैदा करने के फिराक में लगे है।