Bihar: पूर्वी चंपारण में दूसरे दिन भी NIA की छापेमारी जारी, कई थानों की पुलिस भी साथ; हिरासत में पांच संदिग्ध
बिहार के पूर्वी चंपारण में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई लगातार दूसरे दिन भी जारी है। जिले के करीब आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर एनआईए की छापामारी चल रही है। अब तक पांच लोग हिरासत में लिए गए हैं।
मोतिहारी, जागरण संवाददाता। प्रतिबंधित संगठन पोपुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) के कनेक्शन में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई लगातार दूसरे दिन भी पूर्वी चंपारण में जारी है। एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ शनिवार की रात मधुबन थाना क्षेत्र जितौरा मठ टोला गांव के वार्ड संख्या-16 में छापेमारी कर मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज निवासी एक संदिग्ध को दबोचा है। वह यहां अपने एक रिश्तेदार के यहां रह रहा था। छापेमारी में मुफ्फसिल, मधुबन, पकड़ीदयाल आदि थाने के पुलिस अधिकारी शामिल थे।
बताया गया है कि शनिवार की सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम जिले में कार्रवाई के लिए पहुंची थी। यहां आने के साथ सुबह साढ़े पांच बजे से ही छापेमारी चल रही है। छापेमारी में एनआईए के साथ कई थानों की पुलिस व चकिया एएसपी शामिल हैं। कई ठिकानों पर लगातार छापेमारी के दौरान अब तक पांच लोग हिरासत में लिए गए हैं। एक लैपटाप, कई सेल फोन तथा कई दस्तावेज भी मिले हैं। अभी जिले के करीब आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर एनआईए की कार्रवाई चल रही है।
बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर शनिवार को संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी शुरू की और चकिया नगर परिषद क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ के राज्य सचिव रेयाज के घर पर भी छापेमारी की। हालांकि, छापेमारी के दौरान वह नहीं मिला। वहीं, इसी थानाक्षेत्र के कुअवा से इंटर के छात्र दानिश को पकड़ा गया है। इसके अतिरिक्त मेहसी थानाक्षेत्र के इमाम पट्टी से अन्य संदिग्ध युवकों को भी पुलिस ने उठाया है।
देवशिला और राम मंदिर से मामला जुड़े होने की संभावना
बता दें कि नेपाल से अयोध्या स्थित राम मंदिर में राम दरबार की प्रतिमा के लिए के लिए देवशिला ले जाने के दौरान जब शिला यात्रा पूर्वी चंपारण जिला के मेहसी से गुजर रही थी। उसी दौरान मेहसी थानाक्षेत्र के इमादपट्टी गांव के उस्मान नामक एक युवक द्वारा इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल करने की बात सामने आई है। वीडियो में देवशिला व राम मंदिर को लेकर भड़काऊ व आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इस छापेमारी को उस मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने कार्रवाई के पीछे राम मंदिर कनेक्शन को फिलहाल खारिज किया है। कार्रवाई पूरी होने के बाद पूरी जानकारी दी जाएगी।