दरोगा का अपहर्ता बेटा गिरफ्तार, नेपाली उद्योगपति अपहरणकांड में था शामिल
पिता पुलिस की वर्दी में अपराधियों को पकड़ता है तो बेटा अपहर्ता है। नेपाली उद्योगपति केडिया अपहरणकांड में पुलिस ने एक दरोगा पुत्र समेत दो गिरफ्तार कर इसका खुलासा किया।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। नेपाल के उद्योगपति सुरेश केडिया अपहरणकांड में शामिल बिहार पुलिस के एक दरोगा के पुत्र समेत दो बदमाशों को मोतिहारी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक तमंचा और तीन कारतूस बरामद किए गए हैं। इसके अलावा दोनों मुजफ्फरपुर से हुए एक रेलवे गार्ड के अपहरण में भी शामिल थे। पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बदमाशों को चकिया पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों में मुजफ्फरपुर जिला के अहियापुर थानाक्षेत्र के गांधीनगर रोड निवासी अश्विनी कुमार उर्फ अश्विनी दुबे उर्फ गोलू दुबे और साहेबगंज थानाक्षेत्र के राजेपुर निवासी अभिषेक कुमार उर्फ गोलू दुबे शामिल हैं। उनके पास से जब्त तमंचा 9 एमएम का है। दोनों पर उद्योगपति के अलावा रेलवे के गार्ड के अपहरण का आरोप है। दोनों उत्तर बिहार के कुख्यात बबलू दुबे गिरोह के लिए काम करते थे। पूछताछ के दौरान कई घटनाओं का खुलासा किया है।
26 मई को हुआ था उद्योगपति का अपहरण
नेपाल के उद्योगपति सुरेश केडिया का अपहरण 26 मई 2016 को नेपाल से कर लिया गया था। छौड़ादानो के रास्ते उन्हें पूर्वी चंपारण की सीमा में लाया गया था। 29 मई 2016 को केडिया कोटवा थानाक्षेत्र में मुक्त करा लिए गए थे। इसके अतिरिक्त दोनों मुजफ्फरपुर के एलआइसी लेन निवासी रेलवे के गार्ड आनंद मोहन के अपहरण में भी शामिल थे। यह घटना 2014 में रक्सौल में हुई थी। अपहरण के 15 दिनों बाद आनंद को नेपाल से मुक्त कराया गया था।
चकिया में भ्रमण के दौरान पकड़े गए
एसपी ने बताया कि अश्विनी के पिता बिहार पुलिस में दरोगा हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों चकिया में घूम रहे हैं। सूचना पर चकिया डीएसपी शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व वाली टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।