कुपोषण से बचने के लिए मौसमी फलों व सब्जियों का करें उपयोग

जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए चल रहे पोषण अभियान में सभी विभाग बेहतर समन्वय के साथ काम करें।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 12:41 AM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 12:41 AM (IST)
कुपोषण से बचने के लिए मौसमी फलों व सब्जियों का करें उपयोग
कुपोषण से बचने के लिए मौसमी फलों व सब्जियों का करें उपयोग

दरभंगा। जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए चल रहे पोषण अभियान में सभी विभाग बेहतर समन्वय के साथ काम करें। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर ¨सह ने समाहरणालय स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सभागार में सभी विभागों के समन्वय के लिए आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुपोषण का सबसे बड़ा कारण लोगों में जागरूकता की कमी है। अगर लोग अपने दैनिक जीवन में आहार व्यवहार में थोड़ा सुधार कर लें तो कुपोषण जड़ से खत्म हो जाएगा। सभी अधिकारियों को उन्होंने गांव एवं टोले में जाकर लोगों को स्थानीय भाषा में कुपोषण के दुष्चक्र से अवगत कराने को कहा तथा इससे बचने के उपायों के बारे में भी रोचक तरीके से बताने का निर्देश दिया। कहा कि लोग अपने खानपान के तरीकों में परिवर्तन करें तथा मौसमी फल एवं सब्जी आदि का प्रयोग करें तो कुपोषण आसानी से दूर हो जाएगा। इसके साथ ही लौह एवं कैल्शियम की गोली, डी वार्मिंग की दवा,सही समय पर टीकाकरण, स्वच्छता एवं पोषाहार कार्यक्रम के सही तरीके से क्रियान्वयन एवं जन्म के एक घंटे के अंदर मां का दूध देने से कुपोषण को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने सभी महीनों की 19 तारीख को होने वाले अन्नप्रासन्न दिवस को भी विशेष रूप से आयोजन करने को कहा, जिससे 6 माह से ऊपर के बच्चे में ऊपरी आहार देने की परंपरा बड़े प्रभावी ढंग से क्रियान्वित हो। कार्यशाला में यह बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के सभी क्रियाकलापों की ऑनलाइन मॉनीटि¨रग होगी।

स्कूलों में चेतना सत्र के साथ-साथ क्विज, निबंध लेखन एवं अन्य क्रियाकलापों द्वारा भी पोषण जागरूकता आयोजित करने को कहा गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले के सभी स्कूलों में चेतना सत्र का संचालन लाउडस्पीकर के माध्यम से अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करावें।

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कार्ययोजना पर अमल की जरूरत : आम्रपाली

आइसीडीएस की डीपीओ अलका आम्रपाली ने बताया कि सरकार द्वारा कुपोषण, बौनेपन एवं स्वास्थ्य संबंधी मानकों में प्रति वर्ष 2 प्रतिशत की दर से सुधार का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए चालू माह में विशेष पोषण अभियान कार्यक्रम के साथ साथ पूरे साल भर के लिए कार्य योजना बनाकर उस पर अमल करने की जरूरत है। कार्यशाला में समाज कल्याण विभाग द्वारा स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी लघु फिल्में भी दिखाई गई। डीएम ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि स्कूलों एवं गांवों में इन फिल्मों को दिखाया जाए। कार्यशाला में बताया गया है कि 22 सितंबर को जिला स्तर पर पोषण मेला का आयोजन होगा । 28 सितंबर को पूरे जिले में प्रभातफेरी निकलेगी । इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों एवं स्कूलों में नियमित रूप से स्वच्छता, पोषण एवं स्वास्थ्य जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शौचालय बनाने वालों का करें तुरंत भुगतान

बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिन लोगों ने अपना शौचालय बना लिया है उसका तुरंत भुगतान कर दें। साथ ही नल जल व सात निश्चय की योजनाओं के गुणवत्तापूर्ण कारण क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें ।

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