विभिन्न मांगों को ले महारानी कल्याणी कॉलेज में छात्रसंघ ने की तालाबंदी

छात्रों की समस्याओं को लेकर 11 सूत्री मांगों को ले मंगलवार को निर्वाचित छात्र संघ प्रतिनिधियों ने महारानी कल्याणी कॉलेज में चार घंटे तक तालाबंदी की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Jul 2018 12:07 AM (IST) Updated:Wed, 11 Jul 2018 12:07 AM (IST)
विभिन्न मांगों को ले महारानी कल्याणी कॉलेज में छात्रसंघ ने की तालाबंदी
विभिन्न मांगों को ले महारानी कल्याणी कॉलेज में छात्रसंघ ने की तालाबंदी

दरभंगा। छात्रों की समस्याओं को लेकर 11 सूत्री मांगों को ले मंगलवार को निर्वाचित छात्र संघ प्रतिनिधियों ने महारानी कल्याणी कॉलेज में चार घंटे तक तालाबंदी की। इस दौरान कॉलेज प्रशासन व छात्र प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। जिसमें कॉलेज प्रशासन ने छात्रों की मांगों को जल्द पूरा करने करने का आश्वासन दिया। सभा को संबोधित करते हुए एनएसयूआइ के बिहार प्रभारी विक्रम ¨सह मीणा एवं बिहार एनएसयूआइ के अध्यक्ष चुन्नू ¨सह ने कहा कि कॉलेज प्रशासन निर्वाचित छात्र संघ प्रतिनिधियों के साथ अलोकतांत्रिक रवैया अपनाया जाता रहा है। छात्र संघ चुनाव हुए 4 महीने बीत चुके हैं, लेकिन आजतक प्रतिनिधियों को छात्र संघ कार्यालय आवंटित नहीं किया गया है। इससे प्रतीत होता है कि कॉलेज प्रशासन छात्रों के साथ तानाशाही रवैया अपना रहा है। सभा को त्रिभुवन कुमार, आदित्य ¨सह, अजय यादव, दीपक कुमार दिपांशु, गो¨वद कुमार आदि ने संबोधित किया। वहीं, दूसरी ओर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. रमेश यादव ने कहा कि छात्र संघ के जिलाध्यक्ष ने पूर्व में किसी प्रकार का कोई मांग पत्र नहीं सौंपा था। जब कॉलेज में तालाबंदी की गई तो उनसे मांग के बारे में जानकारी कॉलेज प्रशासन की ओर से मांगी गई। बताया गया कि मांग को नियम के तहत कॉलेज प्रशासन की ओर से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन त्रिभुवन जो कि इस कॉलेज के छात्र नहीं है, उनके द्वारा कोई मांग पत्र नहीं दिया गया। जबकि उनसे कहा गया कि कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा चल रही है। साथ ही प्रवेश-पत्र वितरण किया जाना है। बावजूद किसी तरह का मांग पत्र नहीं दिया गया। तालाबंदी के दौरान कॉलेज के कोई भी छात्र इसमें शामिल नहीं थे। त्रिभुवन ने भीड़ को भड़काने का प्रयास भी किया। इसकी सूचना विवि प्रशासन के साथ-साथ पुलिस को भी दी गई। पुलिस के आने के बाद तालाबंदी खत्म हुई। साथ ही मांग पत्र भी सौंपा गया।

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