संपत्ति के लिए बेटे बने जान के दुश्मन

साहब, अब जुलूम भ्अ रहल अछि।हम्मर दुख कखन दूर करब। इन शब्दों के साथ प्रभारी एसएसपी रमाशंकर राय के हाथों में उनके कार्यालय कक्ष के बाहर अपना आवेदन देनेवाले राजेन्द्र साह की आंखें छलछला आईं और आवाज भर्रा गई। अगले ही पल वह फफक फफक कर रो पड़ा।

By Edited By: Publish:Thu, 25 Aug 2016 12:36 AM (IST) Updated:Thu, 25 Aug 2016 12:36 AM (IST)
संपत्ति के लिए बेटे बने जान के दुश्मन

दरभंगा। साहब, अब जुलूम भ्अ रहल अछि।हम्मर दुख कखन दूर करब। इन शब्दों के साथ प्रभारी एसएसपी रमाशंकर राय के हाथों में उनके कार्यालय कक्ष के बाहर अपना आवेदन देनेवाले राजेन्द्र साह की आंखें छलछला आईं और आवाज भर्रा गई। अगले ही पल वह फफक फफक कर रो पड़ा। आसपास खड़े पुलिसकर्मी नजदीक आ गए। लोग यह देखकर हत्प्रभ रह गए कि प्रभारी एसएसपी के हाथों में एक बूढ़े बाप ने अपने ही बेटे के विरुद्ध् प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दे रहा है। संपत्ति के लिए बेटा बाप की जान का दुश्मन बन गया है। बाप को अपने ही बेटे से खतरा है।श्री राय ने मौके पर ही विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष को शीघ्र प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया। कादिराबाद निवासी राजेन्द्र साह ने प्रभारी एसएसपी रमाशंकर राय को दिए आवेदन में अपने बेटे व पुत्रवधु के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की गुहार लगाई है। राजेन्द्र साह के अनुसार उसका बेटा रामबाबू साह व ¨प्रस मकान सहित सारी संपत्ति अपने नाम कर देने के लिए हमेशा उन्हें व उनकी पत्नी वीणा देवी के साथ मारपीट करते हैं। मंगलवार की रात उसके दोनों बेटे व पुत्र वधु रानी देवी कमरे में घुस आए और सादा स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करने का दबाव देने लगे। हस्ताक्षर करने से इंकार किया तो ¨प्रस उनका गला दबाने लगा। जब मेरी पत्नी ने बचाने का प्रयास किया तो हमको छोड़ मेरी पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। मारपीट के दौरान मेरी पतोहू रानी देवी घर से बक्सा उठाकर ले गई। जिसमें लगभग दो लाख के गहने व पंद्रह हजार रुपये हैं।विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष को आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश मिलते ही राजेन्द्र साह की आंखों में नि¨श्चतता झलकने लगी।

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