मां दुर्गा मंदिर, ननौरा

दरभंगा। ननौरा गांव के मां दुर्गा की महिमा अपरंपार है। ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से पूजा-अर्चना के बाद जो कामना की जाती है वह पूरी होती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Oct 2019 12:41 AM (IST) Updated:Sat, 05 Oct 2019 12:41 AM (IST)
मां दुर्गा मंदिर, ननौरा
मां दुर्गा मंदिर, ननौरा

दरभंगा। ननौरा गांव के मां दुर्गा की महिमा अपरंपार है। ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से पूजा-अर्चना के बाद जो कामना की जाती है, वह पूरी होती है। शारदीय नवरात्र के अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसमें ननौरा गांव के अतिरिक्त कदमटोली, बेनवारा, बिरखौली, दानी, खिरमा, दुधिया आदि गांवों से भी काफी श्रद्धा उत्साह के साथ बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुंचते हैं।

-------------

इतिहास :

इस मंदिर का निर्माण 21 वर्ष पूर्व कराया गया था। उस समय से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जा रही है। शुरू में फूस की झोपड़ी बनाकर ग्रामीणों ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की। बाद में वर्ष 2001-02 में ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर का निर्माण कराया गया। यहां प्रति वर्ष मां दुर्गा की प्रतिमा निर्माण कराकर उसकी विधि पूर्वक पूजा की जाती है। मंदिर पर काफी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। मंदिर के प्रति लोगों की अपार श्रद्धा रहती है।

---------

विशेषता : यहां वैष्णवी पद्धति से पूजा-अर्चना की जाती है। संध्या आरती व दीप जलाने के लिए मां दुर्गा के भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। इस मंदिर में सप्तमी से दसवीं तक भक्तों के बीच प्रसाद वितरण, अष्टमी की रात निशा पूजा व दसवीं को रावण बध के अतिरिक्त कुंवारी कन्याएं भोजन का भी आयोजन होता है। इस भोजन में एक हजार से अधिक कन्याएं शामिल होती हैं। वैसे यहां सालो भर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना होती है। गांव के अलावा दूरदराज से महिलाएं खोइंछा भरने के लिए आती हैं। मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा करते हैं, उनकी हर मुराद पूरी होती है।

------------

मैया की महिमा अपरमपार है। सच्चे मन से जो पूरा करने आते हैं, मैया उनकी हर मुराद पूरी करते हैं। शारदीय नवरात्रा की पूजा श्रद्धा व विश्वास के साथ धुमधाम से की जाती है।

- ललित पासवान, पुजारी।

----------

मंदिर मनोकामना सिद्ध है। इस स्थान पर पहुंचने वाले श्रद्धालु कभी खाली हाथ नही लौटते हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से मां से मांगते तो उनकी हर मुराद पूरी होती है। यह इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है।

- रमेश कुमार साह, भक्त

----------------

chat bot
आपका साथी