फरार शातिरों की सूची तैयार, गांव स्तर पर होगी घेराबंदी

फरार आरोपितों के लिए आने वाला दिन महंगा पड़ने वाला है। अब कोई भी आरोपित पुलिस को चकमा देकर फरार नहीं रह सकता है। इसके लिए जिला पुलिस ने एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। जिसमें जिले के सभी थाने के गांव स्तर के फरार आरोपितों की सूची अपलोड की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Sep 2019 01:38 AM (IST) Updated:Wed, 25 Sep 2019 06:33 AM (IST)
फरार शातिरों की सूची तैयार, गांव स्तर पर होगी घेराबंदी
फरार शातिरों की सूची तैयार, गांव स्तर पर होगी घेराबंदी

दरभंगा । फरार आरोपितों के लिए आने वाला दिन महंगा पड़ने वाला है। अब कोई भी आरोपित पुलिस को चकमा देकर फरार नहीं रह सकता है। इसके लिए जिला पुलिस ने एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। जिसमें जिले के सभी थाने के गांव स्तर के फरार आरोपितों की सूची अपलोड की गई है। हालांकि, डाटा अभी पूर्ण रूप से अपलोड नहीं किया गया है। केवल चालीस प्रतिशत आरोपितों का नाम ही सॉफ्टवेयर में अपलोड हो सका है। नई व्यवस्था के लागू होने पर स्थानीय थाना की लापरवाही पर स्वत: नकेल लग जाएगी। इससे पहले न तो फरार आरोपितों की सही सूची उपलब्ध कराई जा रही थी और न ही सघनता के साथ छापेमारी की जा रही थी। ऐसी स्थिति में वरीय अधिकारी भी सच्चाई से दूर रह जाते थे। लेकिन, यह सब अब नहीं चलने वाला है। थानेदार को अब मालूम भी नहीं चलेगा और जिला की टीम छापेमारी कर आरोपितों को दबोच भी लेगी। सफलता मिलने पर थानेदार की पोल भी खुल जाएगी। इसे लेकर मंगलवार को प्रभारी एसएसपी योगेंद्र कुमार ने दंगा नियंत्रण दस्ता, बीएमपी टीम, सीआइएटी बलों की परेड कराकर कार्रवाई करने का तरीका बताया। साफ्टवेयर को गूगल मैप से भी जोड़ा गया है। जो संबंधित अधिकारियों के मोबाइल सूची के साथ संबंधित इलाके का लिक मुहैया कराएगा। इसके बाद एक गांव में एक साथ कई टीम घेराबंदी कर छापेमारी करेगी। वर्तमान में दो हजार प्राथमिकी आरोपितों और वारंटियों का लक्ष्य रखा गया है। प्रभारी एसएसपी कुमार ने बताया कि इसे लेकर पूरी टीम तैयार है। बहुत जल्द कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

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दिन में चेकिग अभियान, रात्रि में छापेमारी :

प्रभारी एसएसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि जो टीम बनाई गई है वह दिन में नाकाबंदी कर शहरी क्षेत्र में चेकिग अभियान का काम करेगी। रात्रि होते ही यही टीम फरार आरोपितों व वारंटियों को पकड़ने का काम करेगी। पूरे अभियान के प्रभारी इंस्पेक्टर शिवमुनी प्रसाद होंगे। प्रभारी एसएसपी कुमार ने बताया कि चेकिग अभियान अब मौखिक रूप से नहीं चलेगा। चालान काटने के साथ ही संबंधित पदाधिकारियों को एक विवरणी प्रपत्र में वाहन मालिक का नाम, पता, मोबाइल नंबर, वाहन का प्रकार, चालान काटने का कारण और जुर्माना की राशि अंकित करना होगा। ताकि, अभियान का उपलब्धि पता चल सके। उन्होंने बताया कि रोजाना विवरणी पत्र जिला कार्यालय में जमा करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा इसके तहत संबंधित वाहन चालकों के मोबाइल पर बात कर यह पता लगाया जाएगा कि उनसे जुर्माना की कितनी राशि ली गई है और उनके साथ पुलिस का कैसा व्यवहार रहा।

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