कोरोना के गंभीर मरीजों का कराएं सीटी स्कैन : प्रभारी मंत्री

दरभंगा। दस केवी से अधिक का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर क्रय करने को ले पंचायत समिति एवं जिला परि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 11:44 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 11:44 PM (IST)
कोरोना के गंभीर मरीजों का कराएं सीटी स्कैन : प्रभारी मंत्री
कोरोना के गंभीर मरीजों का कराएं सीटी स्कैन : प्रभारी मंत्री

दरभंगा। दस केवी से अधिक का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर क्रय करने को ले पंचायत समिति एवं जिला परिषद के साथ जिला प्रशासन एक बैठक कर लें। उनकी निधि से जिले के लिए 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटरक्रय कर लिया जाए। दस किलो वाला कंस्ट्रेटर एसपीओ 02 -90 से कम रहने पर भी कार्य करेगा और ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं रहेंगी। उपरोक्त बातें सूबे के पंचायती राज मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री सम्राट चौधरी ने कही। वे मंगलवार को जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव को लेकर वर्चुअल मीटिग कर रहे थे। कहा- सबकी यही सोच है कि कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि मरीजों का सीटी स्कैन होने पर संक्रमण के वास्तविक स्थिति का पता चलता है, इसलिए गंभीर मरीजों का सीटी स्कैन होना आवश्यक है। जिला में टीकाकरण कराया जा रहा है। भारत सरकार से जैसे-जैसे टीका प्राप्त होगा, वैसे-वैसे टीकाकरण कराया जाएगा। 45 वर्ष से ऊपर वाले टीका का दूसरा डोज जरूर ले लें। सभी विधायक अपनी निधि से एंबुलेंस और नाव क्रय कर अपने क्षेत्र में दे। इससे सभी जगह एम्बुलेंस उपलब्ध हो जाएगा। मनरेगा के तहत 2600 नए परिवारों को जोड़ा गया है तथा 700 प्रवासी मजदूरों को काम दिया गया है। वार्ड प्रबंधन समिति बाहर से आने वालों की तुरंत सूचना उपलब्ध करावें। इसके साथ ही एक टीम बनाई जा रही है, जो घर-घर जाकर 60 वर्ष से ऊपर एवं बीमार बच्चों की स्थिति का जायजा लेंगे। यदि कोई कोरोना पॉजिटिव है, तो वहीं दवा की किट्स उन्हें उपलब्ध करा देना है। कोरोना के संकट से उबरने के लिए मास्क का प्रयोग जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का काम तेजी से कराया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव मृतक के परिजन को दाह-संस्कार के लिए पीपीई किट्स उपलब्ध कराया जाए। मृतकों का दाह-संस्कार का कार्य सरकार की ओर से कराया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसपर गंभीरता से पहल की जा रही है। बैठक में श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार मिश्र, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर, मधुबनी सांसद डॉ. अशोक कुमार यादव, समस्तीपुर के सांसद प्रिस राज, दरभंगा विधायक संजय सरावगी, बेनीपुर विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी, अलीनगर विधायक मिश्रीलाल यादव, गौड़ाबौराम विधायक स्वर्णा सिंह, दरभंगा ग्रामीण विधायक ललित कुमार यादव, केवटी विधायक मुरारी मोहन झा, कुशेश्वरस्थान विधायक शशिभूषण हजारी, वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम, उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा, उप निदेशक, जन संपर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता व अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।

डीएमसीएच के अधीक्षक को बचे वेंटीलेटर ठीक करने का निर्देश

इसके बाद प्रभारी मंत्री ने सांसद गोपालजी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी व जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम के साथ डीएमसीएच का भ्रमण कर वहां इलाज की व्यवस्था का जायजा लिया। डीएमसीएच सभागार में बैठक कर डीएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक को बचे हुए वेंटीलेटर व एक्स-रे मशीन को चालू करने, साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था करने का निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने यहां के आइसोलेशन वार्ड पहुंचकर वहां की व्यवस्था का मुआयना किया। विभिन्न बिदुओं पर साथ चल रहे अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिले में एक्टिव केस की संख्या 1557, पॉजिटिविटी रेट में आई कमी : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्य तथा कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए की जा रही व्यवस्था से सभी को अवगत कराया। कहा- जिले में आज की तिथि में 1557 एक्टिव केस है, पिछले तीन से चार दिनों में जिले की पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। प्रतिदिन चार हजार सैंपल टेस्टिग कराया जा रहा है। डीएमसीएच में 120 बेड उपलब्ध है। पुराने आईसीयू में सात एवं नए आईसीयू में 25 वेंटिलेटर युक्त बेड उपलब्ध है। डीएमसीएच का ऑक्सीजन प्लांट चालू करा दिया गया है, जिससे कोरोना आईसीयू वार्ड में सीधे ऑक्सीजन की आपूर्ति पाइप के माध्यम से हो रही है। ऑक्सीजन प्लांट चालू हो जाने से प्रतिदिन 150 ऑक्सीजन सिलेंडर की बचत हो रही है। डीएमसीएच में 25 से 30 बेड और बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए मानव संसाधन की आवश्यकता पड़ रही है, जिसे आउटसोर्सिंग से लेने का प्रयास किया जा रहा है। माधोपट्टी में एक ऑक्सीजन प्लांट कार्यरत है, जिससे 1000 से 1100 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है और उससे मधुबनी एवं सुपौल जिले को भी आपूर्ति की जा रही है। साथ ही कोरोना का इलाज करने वाले निजी अस्पतालों को भी उपलब्ध कराया जा रहा है और इसकी निगरानी के लिए उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में 13 पदाधिकारियों की एक टीम बनाई गई है। इसके अतिरिक्त तीन रीफिलिग ऑक्सीजन एजेंसी भी जिले में कार्यरत हैं, जो निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है। लॉकडाउन के दौरान फ्लोमीटर मंगवाया गया है। दरभंगा को पर्याप्त मात्रा में मिलेगा फ्लोमीटर : प्रधान सचिव

प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि 25 हजार फ्लोमीटर क्रय किया गया है। उम्मीद है कि दरभंगा को पर्याप्त मात्रा में फ्लोमीटर उपलब्ध हो जाएगा। डीएमसीएच में वेंटिलेटर युक्त 35 बेड है। निजी अस्पतालों में भी वेंटिलेटर युक्त बेड उपलब्ध है। अभी भी 12 बेड खाली हैं और तीन निजी अस्पतालों को चिन्हित किया गया है। 18 वर्ष से 44 वर्ष वालों का टीकाकरण 9 मई से प्रारंभ कर दिया गया है। सरकार के निर्देश के अनुसार 18 वर्ष से 44 वर्ष वालों का टीकाकरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप ही किया जाएगा। जिला में 24 स्थलों पर टीकाकरण चल रहा है, जिनमें पांच नगर निगम क्षेत्र में तथा प्रखंडों में 19 स्थलों पर चल रहे है। 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए पंचायतवार रोस्टर बनाकर टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण में दरभंगा जिला का रैंक नौ वां है। स्ट्रेट ड्रग कंट्रोलर द्वारा सहायक औषधि नियंत्रक के माध्यम से जिले को रेमडेसिविर उपलब्ध कराया जा रहा है और जिन अस्पतालों के द्वारा मरीज के अनुसार गूगल सीट पर मांग किया जाता है, उसके आधार पर उन्हें रेमडेसिविर उपलब्ध कराया जाता है। डीएमसीएच की व्यवस्था को सुधारने की अपील, गलत रिपोर्ट देकर होम क्वारंटाइन में जानेवालों पर हो कार्रवाई वर्चुअल मीटिग में जुड़े जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव दिए। इस दौरान मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े हुए चिकित्सक, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ गलत रिपोर्ट देकर होम क्वारंटाइन हो जा रहे हैं, ऐसे लोगों की जांच कराई जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त डीएमसीएच में बेड बढ़ाने, डीएमसीएच की व्यवस्था और दुरुस्त करने, गंभीर कोरोना मरीजों का सीटी स्कैन करवाने, डीएमसीएच के चारों तल पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाने, निजी जांच केंद्रों द्वारा पॉजिटिव पाए गए मरीजों की भी निगरानी किया जाना आदि शामिल है। साथ ही डीएमसीएच के स्वास्थ्य प्रबंधकों के लंबित वेतन का भुगतान करने का भी मुद्दा उठाया गया। इसके अतिरिक्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का प्रयोग किया जाना, डीएमसीएच में मरीजों के अटेंडेंट के लिए खाना की व्यवस्था के लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था करवाना, कोरोना वार्ड में अटेंडेंट के प्रवेश पर रोक लगाना, ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से सैनिटाइजेशन करवाना, वार्ड प्रबंधन समिति के माध्यम से बाहर से आने वाले लोगों को तलाश करवाना, डाटा ऑपरेटर की संख्या बढ़ाना, एंबुलेंस की संख्या बढ़ाना, डॉक्टर उपलब्ध कराना, कोरोना पॉजिटिव बहुल्य गांव में सैंपल टेस्टिग कराना, रक्षा मंत्रालय और डीआरडीओ के माध्यम से 500 बेड का अस्पताल खुलवाना, कोरोना मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिलवाना आदि शामिल हैं।

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