फर्जी वोटरों की मिल रही शिकायत, मतदान केंद्रों पर वेव कॉस्टिग की करें व्यवस्था

दरभंगा। विधान परिषद के स्नातक व शिक्षक निर्वाचन में व्यापक पैमाने पर फर्जी वोटरों की शिकायत

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Oct 2020 01:05 AM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 05:11 AM (IST)
फर्जी वोटरों की मिल रही शिकायत, मतदान केंद्रों पर वेव कॉस्टिग की करें व्यवस्था
फर्जी वोटरों की मिल रही शिकायत, मतदान केंद्रों पर वेव कॉस्टिग की करें व्यवस्था

दरभंगा। विधान परिषद के स्नातक व शिक्षक निर्वाचन में व्यापक पैमाने पर फर्जी वोटरों की शिकायत भी मिल रही है। इसलिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर वेब कॉस्टिग की व्यवस्था होगी और कैमरा इस तरह से लगाए जाएंगे कि मतदाता का चेहरा अच्छी तरह से दिख सके। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी इसकी निगरानी की जाएगी। फर्जी वोटर के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उपरोक्त बातें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार एचआर श्रीनिवास ने कहीं। वे शनिवार को विप चुनाव के मद्देनजर प्रमंडलीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी व वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिग के माध्यम से बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा कि मतगणना केंद्र पर पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था की जाएं, क्योंकि मतपेटीका के साथ 20 दिनों तक मतगणना केंद्र लॉक रहेगा। उन्होंने मतदान कर्मियों एवं मतदाताओं द्वारा कोविड-19 से सुरक्षा के लिए प्रयुक्त सामग्रियों के निष्पादन एवं संग्रहण करने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। सभी मतदान केंद्र तक के पहुंच पथ को भी दुरूस्त करने को कहा। कहा कि स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को जागरूक किया जाना चाहिए कि वे संख्यात्मक 1, 2, 3, में वरीयता देते हुए अपना मत देंगे। शब्दों में प्रथम, द्वितीय लिखने पर मत अमान्य हो जाएगा। वे हिदी, इंग्लिश या रोमन किसी भाषा में संख्यात्मक मत ही दें। उन्होंने दिव्यांग व 80 वर्ष से ऊपर के मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट पेपर की व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइन के उल्लंघन के विरुद्ध कितने मामले दर्ज कराए गए हैं, उसका प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश डीईओ को दिया। दिव्यांग मतदाताओं के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर रैलिग सहित रैंप तथा व्हीलचेयर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। मतदान कर्मियों को भी कोविड किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कहा कि इस बार विप चुनाव में भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने सभी निर्वाची पदाधिकारी को अपने पीठासीन पदाधिकारी को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए और कहा कि मतदाता द्वारा साक्ष्य के रूप में फर्जी डिग्री की कॉपी दिखाई जा सकती हैं। इसलिए डिग्री का मूल प्रमाण-पत्र ही मान्य है। इसका अवलोकन वे अच्छी तरह से करेंगे। प्रमंडलीय आयुक्त ने चुनाव की तैयारियों के संबंध में बताया कि 22 अक्टूबर को मतदान कराने की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। नियुक्ति पत्र सभी पोलिग पार्टी को निर्गत किए जा चुके हैं। मतदाता सूची का विखंडीकरण भी किया जा चुका हैं। मतदान केंद्रों पर वेव कॉस्टिग एवं वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई है। मौके पर पुलिस महानिरीक्षक, मिथिला प्रक्षेत्र अजिताभ कुमार, जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम, नगर पुलिस अधीक्षक अशोक प्रसाद, सहायक समाहत्र्ता प्रियंका रानी आदि मौजूद थे।

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