हर घर को सुना कर जानेवाले कलाम को किया सलाम

दरभंगा। भारत के सच्चे सपूत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन से शिक्षकों व छात्र संगठनों ने शोक संवेदना

By Edited By: Publish:Wed, 29 Jul 2015 12:48 AM (IST) Updated:Wed, 29 Jul 2015 12:48 AM (IST)
हर घर को सुना कर जानेवाले कलाम को किया सलाम

दरभंगा। भारत के सच्चे सपूत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन से शिक्षकों व छात्र संगठनों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। लनामिविवि में पीजी भूगोल के अवकाशप्राप्त विभागाध्यक्ष डॉ. टुनटुन झा अचल ने कहा कि खबर सुनते ही ऐसा लगा जैसे व्यक्ति बहुत बड़ी क्षति हो गई हो। यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह के दौरान नजदीक से बात करने का मौका मिला था। अनुभव हुआ कि यह कोई देवत्व प्राप्त व्यक्ति हैं। एक साधारण इंसान में एक साथ इतने सारे गुण नहीं होते। पीजी इतिहास के शिक्षक डॉ. धमेंद्र कुमर ने कहा यह अपूरणीय क्षति है। सदियों बाद भारत को एक रत्न मिला था। वह एकाएक खो गया। उनकी, अच्छाई व उच्चाई की तुलना शब्दों से संभव नहीं है। पीजी राजनीति विज्ञान के शिक्षक डॉ. जितेंद्र नारायण ने कहा कि ¨हदुस्तान का सच्चा सपूत चला गया। घर घर में ऐसा अनुभव हो रहा है। जैसे उनके परिवार से कोई चला गया हो। महान दार्शनिक, नौजवानों काप्रेरणा स्त्रोत, बच्चों का दुलारा, पक्का राष्ट्र भक्त को शत शत सलाम। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शेाकसभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी व लनामिविवि के सीनेट सदस्य विमलेश कुमार ने कहा कि डॉ. कलाम ने जो आदर्श कायम किया वाकई में न भूतो न भविष्यति। इस तरह का सम्पूर्ण रूप से देश भक्त का जाना काफी पीड़ादायक है। मौके पर कुंदन ¨सह, नगर मंत्री ¨पटू भंडारी, मणिकांत ठाकुर, आनंद मोहन, सुमित कुमार झा, अंकित आनंद, अजय मंडल, मणिराज सिह, कुंदन ¨सह, सूरज चौधरी, दीपक झा, मुरली मनोहर, आशीष कुमार, मुरारी ठाकुर, सुमन झा, रजनीश सुंदरम आदि ने उन्हें युवाओं का आदर्श बताते हुए श्रद्धांजलि दी।

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