माधेश्वर परिसर से निर्माणाधीन शौचालय का टूटना शुरू

दरभंगा, संस : माधेश्वर परिसर स्थित कामेश्वरी श्यामा मंदिर के सामने से निर्माणाधीन शौचालय को विधान पर

By Edited By: Publish:Sat, 28 Mar 2015 01:22 AM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2015 01:22 AM (IST)
माधेश्वर परिसर से निर्माणाधीन शौचालय का टूटना शुरू

दरभंगा, संस : माधेश्वर परिसर स्थित कामेश्वरी श्यामा मंदिर के सामने से निर्माणाधीन शौचालय को विधान परिषद में हंगामा के बाद तोड़ना शुरू कर दिया गया है। कार्य पूरा होने से पहले ही भवन को तोड़े जाने से आम लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। वहीं कार्रवाई होता देख महराज के वंशजों व ट्रस्ट के पदाधिकारियों में काफी खुशी है। मालूम हो कि पर्यटन विभाग ने पूरे माधेश्वर परिसर को सौंदर्यीकरण करने को लेकर करोड़ों की राशि से कार्य करा रही है। लेकिन, कार्य शुरू होने से पहले ही महाराज के वंशज व ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने विरोध जताया। इन लोगों का कहना था कि यह महाराज का पैतृक दाह संस्कार का स्थल है। इस परिसर में कई महाराजाओं व उनके परिवार के लोगों का दाह संस्कार किया गया है। भविष्य में भी परिवार के सदस्यों का यहीं दाह संस्कार होना है। ऐसी स्थिति में बिना रजामंदी से कार्य किए जाना गलत है। मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय स्तर के अधिकारियों से फरियाद की गई, लेकिन कही कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद उच्च न्यायालय से कार्य रोकने का आदेश आया। लेकिन, इसके बाद भी निर्माण कार्य को नहीं रोका गया। तब जाकर मामला विधान परिषद में गूंजा, इसके बाद निर्माण कार्य को रोकते हुए शौचालय तोड़ने का कार्य शुरू किया गया।

---------------

इन्होंने उठाया मामला

विधान परिषद में भाजपा के हरेन्द्र प्रताप पांडेय ने ध्यान आकर्षण प्रस्ताव लाया। उन्होंने जानना चाहा कि विभाग उच्च न्यायालय के आदेश का पालन क्यों नहीं कर रही है। वहीं सरकार किस नियम के तहत बिना अनुमति का कार्य शुरू करा दी। सरकार ने 24 मार्च को सदन में जबाव देते हुए कहा कि निर्माण कार्य को तत्काल रोक दिया गया है। वहीं शौचालय को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। अन्य बिन्दुओं पर समीक्षा के लिए वक्त मांगा गया है।

------------------

आपत्ति का यह था मूल कारण

माधेश्वर परिसर के सौंदर्यीकरण से ज्यादा नाराजगी संविधान सभा सदस्य व पूर्व सांसद महाराज कामेश्वर सिंह की समाधि के सामने शौचालय निर्माण कर देने से था। राजकुमार रत्‍‌नेश्वर सिंह ने इसे लेकर काफी विरोध किया। कहा गया कि हमारी ही भूमि पर हमारे वंशज की समाधि के सामने शौचालय का निर्माण करा कर उनकी आत्मा को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है।

------------------

' सरकार को उच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान करना होगा। सरकार ने तत्काल कार्य रोकने व शौचालय को तोड़े जाने की बात सदन में कही है। विस्तृत जबाव बहुत जल्द देने की बात कही गई है।'

हरेन्द्र प्रताप पांडेय

विधान पार्षद

chat bot
आपका साथी