लहना ग्रिड बनने के बाद बिजली की समस्या हुई दूर
प्रखंड क्षेत्र में बिजली व्यवस्था मानव बल की पर्याप्त संख्या नहीं होने से सुचारु तरीके से नहीं हो पा रही है। इस प्रखंड में डुमरांव अनुमंडल के नुआंव पॉवर ग्रिड एवं सिमरी प्रखंड के लहना पॉवर सब-स्टेशन से बिजली की सप्लाई होती है।
बक्सर । प्रखंड क्षेत्र में बिजली व्यवस्था मानव बल की पर्याप्त संख्या नहीं होने से सुचारु तरीके से नहीं हो पा रही है। इस प्रखंड में डुमरांव अनुमंडल के नुआंव पॉवर ग्रिड एवं सिमरी प्रखंड के लहना पॉवर सब-स्टेशन से बिजली की सप्लाई होती है। लहना पॉवर ग्रिड बनने के बाद से बिजली व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है। लेकिन, सबसे बड़ी समस्या मानव बल की कमी होने की वजह से हो रही है। लंबा इलाका होने के कारण आंधी-पानी के दौरान बिजली फॉल्ट होती है। इसे ठीक करने में समय लग जाता है। हालांकि, बिजली कंपनी का दावा है कि लोगों द्वारा शिकायत करने पर उसे ठीक कर दिया जाता है। मानव बल की भी कोई खास समस्या नहीं है।
16 से 18 घंटे रहती है बिजली चक्की इलाके में पहले के मुकाबले बिजली व्यवस्था ठीक हुई है। इस इलाके में औसतन 16 से 18 घंटे बिजली रहती है। जिसके कारण लोगों को असानी होती है। सबसे बड़ी बात ये है कि रात के समय अगर फॉल्ट नहीं होती है, तो पूरी रात बिजली रहती है और एक बार भी बिजली नहीं कटती है। पुराने तथा जर्जर हो चुके हैं तार इस इलाके में कई जगहों पर पुराने एवं जर्जर तार अभी लगे हुए हैं। जिसके कारण फॉल्ट की समस्या होती रहती है। हालांकि, बिजली कंपनी का दावा है कि इसे बदला जा रहा है।
शाम होते ही शुरू हो जाती है लो-वोल्टेज की प्रक्रिया लोगों का कहना है कि दिन के समय वोल्टेज ठीक रहता है। लेकिन, शाम होते ही लो वोल्टेज की समस्या बढ़ जाती है। जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लो-वोल्टेज को दूर करने के लिए कंपनी की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है। इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहते हैं लोग पहले के मुकाबले बिजली बेहतर हुई है। फॉल्ट होने के बाद शिकायत करते ही ठीक हो जाता है।
सुनील कुमार यादव, चक्की शाम होते ही लो वोल्टेज की समस्या बढ़ जाती है। इसे ठीक कराने के लिए शिकायत दर्ज कराई गई है। हालांकि, इस समस्या का सामाधान नहीं हो पाया है।
अशोक तिवारी, भरियार
स्थानीय स्तर पर मानव बल को रखे जाने की वजह से लोगों को राहत हो रही है। अब बिजली दुरूस्त करने के लिए दूसरे जगहों से मैकेनिक को नहीं बुलाना पड़ रहा है।
प्रदीप ¨सह अरक लंबा दूरी से इस इलाके में बिजली पहुंचती है। इसके बाद भी पहले के मुकाबले बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ है।
विनादे उपाध्याय, हेमदापुर