गोपाष्टमी महोत्सव में भोजपुरी संगीत की बही सरिता

प्रखंड के परसनपाह पंचायत अन्तर्गत गुरूदेव नगर छोटका राजपुर में गुरुवार की रात गोपाष्टमी महोत्सव महोत्सव के उपलक्ष्य में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन पूर्व सांसद जगदानंद ¨सह एवं ब्रह्मपुर विधायक शंभूनाथ ¨सह यादव ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 05:03 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 05:03 PM (IST)
गोपाष्टमी महोत्सव में भोजपुरी संगीत की बही सरिता
गोपाष्टमी महोत्सव में भोजपुरी संगीत की बही सरिता

बक्सर । प्रखंड के परसनपाह पंचायत अन्तर्गत गुरूदेव नगर छोटका राजपुर में गुरुवार की रात गोपाष्टमी महोत्सव महोत्सव के उपलक्ष्य में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन पूर्व सांसद जगदानंद ¨सह एवं ब्रह्मपुर विधायक शंभूनाथ ¨सह यादव ने किया। इस मौके पर पूर्व सांसद ने कहा कि संगीत सिर्फ मनोरंजन का साधन नही वरन आम जीवन शैली का प्राचीन साहित्य है। उन्होंने कहा कि हर हाल में भोजपुरी संगीता को अश्लीलता से बचाया जाना चाहिए।

वहीं, विधायक शंभूनाथ ¨सह यादव ने भोजपुरी संगीत को भारतीय संस्कृति का धरोहर करार देते हुए कहा कि यहीं एक ऐसी भाषा है जो लोगों में संस्कार पैदा करती है। कार्यक्रम की शुरूआत भोजपुरी की चर्चित गायिका सरिता यादव द्वारा प्रस्तुत देवी वंदना से हुआ। उसके बाद उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं से जुड़े तरह तरह के गीतों की प्रस्तुति कर उपस्थित जन मानस को भाव विभोर कर दिया। वही गोपाल पाण्डेय, बंटी वर्मा, साधना पाण्डेय, रजनीगंधा, सुनीता यादव, रामजन्म टोपीवाला, सूबेदार यादव, दुर्जन यादव, दशरथ यादव, राधेश्याम यादव, प्रियंका माधुरी सहित कई अन्य कलाकारों ने भी समिश्रित गीतों से श्रोता समाज को सारी रात भरपुर मनोरंजित किया। कार्यक्रम में भोजपुरिया शोध संस्थान के अध्यक्ष डॉ.सूर्य कुमार यादव, राजद के जिला अध्यक्ष शेषनाथ ¨सह, मंडल अध्यक्ष अमीरी लाल यादव, पूर्व मुखिया सुनील ¨सह, फूलचंद यादव, श्रीकांत यादव, संतोष यादव राजेश यादव, जिला पार्षद परमा यादव, घनश्याम यादव, आचार्य रामवचन यादव सहित अधिकांश पंचायतों के मुखिया प्रतिनिधि मौजूद थे।

दियारे को पर्यटक स्थन घोषित करने की उठी मांग प्राकृतिक रमणीयता और पतित पावनी मां गंगा की गोद में बसे दियारे को पर्यटक स्थल घोषित करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। गुरुवार को छोटका राजपुर में आयोजित गोपाष्टमी महोत्सव के दौरान यह मुद्दा क्षेत्रीय लोगों के बीच चर्चा का मुख्य विषय रहा। लोगों का कहना था कि उतरायणी गंगा, विश्व प्रसिद्ध ब्रम्ह विद्यालय एवं आश्रम, बिहार का इकलौता कालरात्री, ईशानंद सरस्वती ऊर्फ पशुपति बाबा, विश्वनाथाश्रम जी महाराज, कठौता बाबा एवं मस्तराम बाबा जैसे सिद्धस्त महापुरुषों की साधना स्थली, प्रसिद्ध गोकुल जलाशय, नवरत्नगढ़ किला जैसे कई ऐतिहासिक पृष्टभूमी वाले इस दियारे को अभी तक सरकार द्वारा पर्यटक स्थल घोषित नही करना अत्यन्त दुर्भाग्य पूर्ण है। लोगों ने इस मामले में सरकार के पास प्रस्ताव भेजने की मांग जिलाधिकारी से की।

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