भोजपुर में बेमौसम बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर, रबी फसल को भारी नुकसान

आरा/शाहपुर/गड़हनी/कोईलवर/चरपोखरभोजपुर। भोजपुर में मंगलवार को तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण एक लाख 15 हजार हेक्टेयर में रबी फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिले में औसतन 25 एमएम वर्षापात दर्ज किया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी संजय नाथ तिवारी ने बताया कि इस बारिश से रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है। क्षति का आकलन प्रखंडवार करने का निर्देश सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को दिया गया है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. पीके द्विवेदी के अनुसार बारिश के कारण गेहूं चना मसूर खेसारी तेलहन के अलावा आम की फसल को क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटे तक आसमान में बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी हो सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Feb 2020 07:27 PM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 06:17 AM (IST)
भोजपुर में बेमौसम बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर, रबी फसल को भारी नुकसान
भोजपुर में बेमौसम बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर, रबी फसल को भारी नुकसान

आरा/शाहपुर/गड़हनी/कोईलवर/चरपोखर,भोजपुर। भोजपुर में मंगलवार को तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण एक लाख 15 हजार हेक्टेयर में रबी फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिले में औसतन 25 एमएम वर्षापात दर्ज किया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी संजय नाथ तिवारी ने बताया कि इस बारिश से रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है। क्षति का आकलन प्रखंडवार करने का निर्देश सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को दिया गया है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. पीके द्विवेदी के अनुसार बारिश के कारण गेहूं, चना, मसूर, खेसारी, तेलहन के अलावा आम की फसल को क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटे तक आसमान में बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी हो सकती है।

शाहपुर से संवाद सूत्र के अनुसार प्रखंड के कई इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण मंगलवार को भारी बारिश से रबी फसल को काफी नुकसान है। भारी बारिश के कारण तेलहनी, दलहनी, गेहूं सहित आम की फसल को क्षति पहुंची है। प्रखंड किसान श्री उमेश चंद्र पांडेय के अनुसार ऐसे मौसम में जब सभी पौधे में फूल लगे हुए हैं।

गड़हनी से संवाद सूत्र के अनुसार सरसो, चना, मसूर, खेसारी कि अच्छी पैदावार के सपने संजोए किसानों को काफी नुकसान हुआ है। बाल बांध गांव निवासी किसान अवध बिहारी साह, नहसी गांव निवासी किसान रामजी सिंह, राजबलम सिंह बताते है कि रबी फसल को बेमौसम बारिश से काफी क्षति हुई है।

कोईलवर (भोजपुर) से संवाद सूत्र के अनुसार बेमौसम बरसात और मौसम की बदमिजाजी से सोन तटीय क्षेत्र कोईलवर के किसान भी काफी चितित व परेशान हैं, क्योंकि इस बरसात से खेतों में लगी तेलहन व दलहन की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। किसान बताते हैं कि इससे सरसों, राई, मसूर, खेसारी व चना आदि की लहलहाती हरी फसल में लगने वाले या लगे फूल धूल जायेंगे और फलिया लगने या उसके पुष्ठ होने की प्रक्रिया बाधित होगी। सरसों आदि के लगे फूलों पर लाही का प्रकोप होगा। छेमी में दाने आ भी गए तो इसकी गुणवत्ता काफी निम्न होगी। ऐसे सरसो, राई, तीसी आदि के दाने से तेल नहीं निकलेगा। दलहन की छेमी महज दिखावे की होगी अंदर दाने नदारद या काफी घटिया होंगे। किसानों का कहना है कि खेती व अच्छी फसल प्राप्ति की उम्मीद में किया गया सारा खर्च व सारी मेहनत पर इस वर्षा ने पानी फेर दिया है। इससे किसान काफी हतोत्साहित हैं।

चरपोखरी से संवाद सूत्र के अनुसार चरपोखरी प्रखंड में तेज हवा वर्षा एवं ओले के पड़ने से किसानों के चेहरे मुरझाने लगे हैं। रबी फसल गेहूं, चना, सरसों, मसूर, मटर की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं आम में लगने वाले मंजर हवा के झोंके एवं ओले के प्रकोप से बर्बाद होने लगे। चरपोखरी प्रखंड में सुबह अचानक काले बादल तेज हवा एवं वर्षा शुरू होते ही लोग अपने घरों में दुबक गए। अंधेरा छा गया कई गांव में ओले पड़ने की सूचना है।

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