जम्‍मू-कश्‍मीर में आंतकियों से लोहा लेते शहीद हुआ बिहार का एक और लाल

जम्‍मू-कश्‍मीर में आंतकियों से लोहा लेते बिहार का एक और लाल शहीद हो गया। ताजा घटना श्रीनगर के करन नगर में सीआरपीएफ जवान मो. मोजाहिद की शहादत का है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 12 Feb 2018 07:59 PM (IST) Updated:Tue, 13 Feb 2018 07:40 PM (IST)
जम्‍मू-कश्‍मीर में आंतकियों से लोहा लेते शहीद हुआ बिहार का एक और लाल
जम्‍मू-कश्‍मीर में आंतकियों से लोहा लेते शहीद हुआ बिहार का एक और लाल

भोजपुर [जेएनएन]। जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकियों से लोहा बिहार के एक जवान का शव सोमवार को पटना पहुंचा ही था कि फिर एक जवान की शहादत की खबर आई। श्रीनगर के करन नगर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने की फिराक में वहां पहुंचे आतंकियों से लोहा लेते सीआरपीएफ 49वीं बटालियन के जवान मो. मोजाहिद खान ने अपनी शहादत दे दी। वे बिहार के भोजपुर के रहने वाले थे।

जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करन नगर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने में नाकाम आतंकी एक मकान में घुस गए। इसके बाद सीआरपीएफ के जवानों ने इलाके की घेराबंदी की। इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ 49वीं बटालियन के जवान मो. मोजाहिद खान शहीद हो गया।

जम्मू कश्मीर के सुजवा आर्मी कैंप के बाद सोमवार की सुबह करन नगर के सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले में आमने-सामने की गोलीबारी में मोजाहिद खां शहीद हो गए। बताया जाता है कि आतंकियों ने जब हमला किया तो संतरी ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसपर उन्‍होंने फायरिंग शुरु कर दी। इतने में मुजाहीद ने भी मोर्चा संभाल लिया।

जवानों की तत्परता और मोर्चाबंदी देख आतंकी एक घर का सहारा लेकर गोलीबारी करने लगे। इस दौरान मोजाहिद खान को लग गयी। जख्मी जवान को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन कुछ ही देर बाद वह चल बसा।

मूल रूप से भोजपुर के पीरो गांव निवासी राजमिस्त्री रहे अब्दुल खैर खां के पुत्र मोजाहिद सितम्बर 2011 में सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। केरल के पलीपुरम में उनकी ट्रेनिंग हुई, जिसके बाद उनकी पोस्टिंग हैदराबाद में हुई। छह माह पहले उनकी बटालियन श्रीनगर गई थी।  25 वर्षीय मोजाहिद बचपन से ही देशभक्ति की भावना से लवरेज थे। घर में मां हसीना खातून व भाभी का रो रोकर बुरा हाल है। उनकी शहादत की खबर मिलते ही घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है।

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