रेलकर्मियों के संघर्ष की बदौलत 24 घंटे में हुई बोनस की घोषणा
आरा। दो दिन पहले तक जहां रेलकर्मी 41 वर्षों से लगातार मिल रहे बोनस पर बनी संशय के खिलाफ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
आरा। दो दिन पहले तक जहां रेलकर्मी 41 वर्षों से लगातार मिल रहे बोनस पर बनी संशय के खिलाफ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं दो दिन बाद सरकार द्वारा रेलकर्मियों को बोनस दिए जाने की घोषणा के बाद रेल कर्मचारियों ने बोनस मिलने की खुशी में मिठाई बाटकर खुशी मनाई। बेशक, रेलकम्रियों के संघर्ष की बदौलत ही सरकार को उनके लिए 2019-20 के देय बोनस के भुगतान की घोषणा कनी पड़ी। इससे पहले 20 अक्टूबर को बोनस की मांग को लेकर रेलकर्मीयो ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के स्थानीय अध्यक्ष मनोज कुमार पाण्डेय ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि ऑल इंडिया रेलवे-मेंस फेडरेशन की मांगों के अनुरूप अगर बोनस 21 अक्टूबर तक नही मिला तो 22 अक्टूबर को देशभर में दो घंटे के लिए रेल का चक्का जाम किया जाएगा। लेकिन 21 अक्टूबर को ही भारत सरकार के केंद्रीय कैबिनेट ने कर्मचारियों को बोनस देने की घोषणा कर दी। उन्होंने बताया कि कर्मचारी संगठन ने इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया है और आज 22 अक्टूबर को बोनस मिलने की खुशी में पूरे आरा स्टेशन पर कर्मचारियों के बीच मिठाई बाट कर बोनस विजय दिवस मनाया। विजय दिवस मनाने वालो में अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय, अशोक मिश्रा, आरके सिंह, प्रवीण कुमार, एसके दुबे, सीबी ओझा, शिव शंकर प्रसाद, अख्तर जी, राकेश कुमार, लाल कुमार, अरविद जी आदि प्रमुख थे।