नक्‍सल प्रभावित क्षेत्र में CRPF कैंप से नारी सशक्तिकरण को मिल रहा है बढ़ावा, बना रही स्वावलंबी

लखीसराय के नक्‍सल प्रभावित इलाकों में महिलाओं को सिलाई पाठ्यक्रम कराया जा रहा है। महिलाएं को लगातार प्रशिक्षण मिल रहा है। उन्‍हें रोजगार दिलाने के लिए सीआरपीएफ कृतसंकल्पित है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 24 Aug 2020 04:06 PM (IST) Updated:Mon, 24 Aug 2020 04:06 PM (IST)
नक्‍सल प्रभावित क्षेत्र में CRPF कैंप से नारी सशक्तिकरण को मिल रहा है बढ़ावा, बना रही स्वावलंबी
नक्‍सल प्रभावित क्षेत्र में CRPF कैंप से नारी सशक्तिकरण को मिल रहा है बढ़ावा, बना रही स्वावलंबी

लखीसराय,  जेएनएन। लखीसराय जिले में लगातार सीआरपीएफ सक्रिय होकर नक्‍सल प्रभावित इलाकों में लोगों को रोजगार दिलाने और उन्‍हें आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास कर रही है। सीआरपीएफ ने बन्‍नूबगीचा में कैंप लगाया है। बन्‍नूबगीचा नक्‍सल प्रभावित क्षेत्र है। इस कारण यहां का विकास नहीं हो सका है। लोग डरे रहते हैं। रोजगार के साधन यहां उपलब्‍ध नहीं हैं।

सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है

सीआरपीएफ कैंप बन्नूबगीचा नक्सल प्रभावित क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा है। ये महिलाएं विभिन्न तरह का प्रशिक्षण लेकर हुनरमंद बनेगी और समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकेंगी। 131 बटालियन सीआरपीएफ कैंप बन्नूबगीचा कैंप स्थित दुर्गा स्थान मंदिर परिसर में 30 दिवसीय सिलाई पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें कुल 15 महिलाओं व युवतियों को सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण चार सितंबर को पूरा हो जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षु महिलाएं अपने घरों में सिलाई का कार्य कर स्वावलंबी बनेगी। उधर सिलाई पाठ्यक्रम के महिला प्रशिक्षक मंजू देवी व उमा कुमारी ने संयुक्त रूप से बताया कि सिलाई पाठ्यक्रम प्रशिक्षण में सभी महिलाओं व युवतियों को कपड़े काटने,  इंच टेप से नापी करने,  कपड़े के लंबाई व चौड़ाई के अनुसार सिलाई होने वाले वस्त्रों के अनुसार इसकी सिलाई करने की विधि बताई जा रही है।

स्वरोजगार का अवसर मिलेगा

प्रशिक्षक ने बताया कि उपस्थित प्रशिक्षुओं को काज हेम करने व बटन लगाने के विधियों कि भी जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण शिविर दो पाली में संचालित किया जा रहा है। पहली पाली सुबह में दस बजे से एवं दूसरी पाली दोपहर बाद संचालित किया जा रहा है। उधर 131 बटालियन सीआरपीएफ कैंप बन्नूबगीचा के कमांडेट धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि 30 दिवसीय महिला सिलाई पाठ्यक्रम प्रशिक्षण शिविर के अंत में  बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली पांच महिला व युवतियों को एक-एक सिलाई मशीन के साथ सिलाई किट दी जाएगी ताकि वे घर बैठे आमदनी बढ़ा सके। अन्य महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण देकर उसे भी स्वावलंबी बनाने के लिए स्वरोजगार का लाभ दिया जाएगा। प्रशिक्षण में चानन प्रखंड क्षेत्र के बन्नूबगीचा, बरारे महादलित टोला व सूर्यगढ़ा प्रखंड क्षेत्र तेतरिया, लक्षमिनिया आदि गांव की महिलाएं व युवतियां हुनर सीख रही हैं।

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