कमिश्नर ने एएसओ से कहा 'क्यों नहीं तुम्हें सस्पेंड कर दें'

आयुक्त ने कहा कि जून में नकली अभिलेख के खुलासे के बाद जांच टीम बनी थी। सितंबर में टीम ने रिपोर्ट दिया था। इसमें दो कर्मचारी चिह्नित हुए थे।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Fri, 01 Feb 2019 05:38 PM (IST) Updated:Sun, 03 Feb 2019 11:01 PM (IST)
कमिश्नर ने एएसओ से कहा 'क्यों नहीं तुम्हें सस्पेंड कर दें'
कमिश्नर ने एएसओ से कहा 'क्यों नहीं तुम्हें सस्पेंड कर दें'

भागलपुर [जेएनएन]। संयुक्त भवन स्थित बंदोबस्त कार्यालय और अभिलेखागार के निरीक्षण में पहुंचे प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार के निशाने पर सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी रघुवंश कुमार थे। आयुक्त ने दोषी कर्मियों पर अब तक समुचित कार्रवाई नहीं करने पर सीधे एएसओ को हड़काते हुए कहा कि क्यों नहीं तुमको सस्पेंड कर दिया जाए। निरीक्षण में मिली खामियों पर आयुक्त ने उनसे जो भी जानकारी मांगी, वे दे नहीं सके। इस पर आयुक्त ने कहा कि तुम कैसे पदाधिकारी हो, जो कुछ जानते ही नहीं हो।

निरीक्षण के क्रम में आयुक्त को जो खामियां मिली उसमें नकल के लिए जो आवेदन आए थे, उसके साथ 1600 रुपये भी बरामद हुए। नाजिर रसीद जहां रखा जाता है उसके बॉक्स को खुलवाया गया, उसमें नौ हजार रुपया मिला, जबकि कैशबुक में 9419 रुपये की इंट्री थी। यह मामला जांच के दायरे में आ गया है। आयुक्त ने कहा कि जून में नकली अभिलेख के खुलासे के बाद जांच टीम बनी थी। सितंबर में टीम ने रिपोर्ट दिया था। इसमें दो कर्मचारी चिह्नित हुए थे। कार्रवाई के नाम पर दोषी कर्मियों से सिर्फ स्पष्टीकरण पूछा गया था। इस पर आयुक्त ने एएसओ को डांटते हुए कहा कि क्यों नहीं तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई की जाए।

अभिलेखागार की जांच में इंवेंट्री को देखा गया। इसमें कई मौजे की इंट्री नहीं थी। बताया गया कि इससे संबंधित रेकर्ड नहीं मिली। कहा कि अगस्त से इंवेंट्री बन रही है जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। विलंब होने के कारण पर बताया गया कि कर्मचारियों का अभाव है। आयुक्त ने कर्मचारियों की मांग करने का निर्देश दिया। आयुक्त ने मूल रजिस्टर की भी मांग की। वे इसका जवाब नहीं दे सके। बताया कि पूर्व के कर्मचारी ने प्रभार नहीं दिया है। निरीक्षण के क्रम में आयुक्त को एएसओ का कार्यालय भी बंद मिला।

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